उत्तराखण्ड
आखिर क्यों हुआ ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ स्लोगन उत्तराखंड में धराशाई
कांग्रेस के द्वारा बड़े-बड़े होर्डिंग पर ‘ लड़की हूं लड़ सकती हूं ‘ जैसा कांग्रेस का स्लोगन उत्तराखंड में ही धराशाई हो गया है। 40 महिलाओं को टिकट देने का दावा करने वाली प्रियंका गांधी ने यहां सिर्फ तीन महिलाओं को ही इस योग्य समझा है।
पहली सूची में सिर्फ तीन महिलाओं को ही प्रत्याशी बनाया गया है, ऐसे में पार्टी की विचारधारा पर मंथन जरूरी है। बता दें कि चुनाव से ठीक पहले महिलाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में न सिर्फ 40 फीसदी टिकट देने की बात कही थी, बल्कि एक स्लोगन भी दिया था कि ‘ लड़की हूं लड़ सकती हूं ‘ । कांग्रेस के इस स्लोगन ने उत्तराखंड में पार्टी की मंशा को साफ कर दिया। यहां से सिर्फ 3 महिलाओं को ही टिकट दिया गया है। अभी दूसरी सूची में 17 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम जारी होने बाकी हैं। जिन तीन महिलाओं को टिकट दिया गया है उनमें भगवानपुर सुरक्षित सीट से ममता राकेश, मसूरी से श्रीमती गोदावरी थापली और रुद्रपुर से मीना शर्मा का नाम शामिल है। 53 लोगों की पहली सूची में सिर्फ 3 महिलाओं का नाम शामिल होने से चर्चाएं गर्म हैं। कांग्रेस को लेकर सवाल उठना लाजमी है। निश्चित है विरोधी पार्टियां भी इसे हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।