उत्तराखण्ड
स्कूल ना जाने के लिए किशोरी ने बनाई ऐसी कहानी की पुलिस के भी छूट गए पसीने
किशोरी ने स्कूल ना जाने के लिए ऐसी झूठी कहानी रच डाली की हर कोई हैरान हो गया।
किशोरी के परिजनों ने उसका नए स्कूल में एडमिशन करा दिया था, लेकिन वह उस स्कूल नहीं जाना चाहती थी उसे अपने पुराने स्कूल में ही पढ़ना था।
किशोरी ने बताया कि नए स्कूल में पहले दिन उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगा। उसे नए ना जाने पड़े इसके लिए उसने अपहरण की झूठी कहानी बनाई।
जानकारी के अनुसार सोमवार रात को पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से पटेलनगर कोतवाली पुलिस को चमन विहार में किशोरी के अपहरण की सूचना मिली। जिस पर तत्काल क्षेत्राधिकारी सदर व प्रभारी निरीक्षक पटेल नगर कोतवाली पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
किशोरी ने परिजनों व पुलिस को बताया कि शाम करीब सात बजे वह ट्यूशन से घर की तरफ जा रही थी की तभी कार सवार दो व्यक्तियों ने उसे खींचकर कार में बैठा लिया। कार में बिठाकर उसे रुमाल में कुछ सुंघाया,लेकिन उसने सूंघा नही अपनी सांस रोक ली और झूठ में बेहोशी का नाटक किया, ताकि उन्हें लगे वह बेहोश हो गई है। किशोरी ने बताया कि मुख्य मार्ग पर पहुंचने पर कार रुकी, जिसमें पीछे बैठा व्यक्ति सिगरेट पीने के लिए उतरा, और कार चालक फोन में व्यस्त हो गया। इसी बीच मौका देखकर वह भाग गई।
किशोरी की बात को सच मानकर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई। वही आरोपियों को पकड़ने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में पुलिस टीम का भी गठन किया। प्रारंभिक जांच में अपहरण की घटना से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिला। जहां-जहां किशोरी ने बताया वहां-वहां सीसीटीवी कैमरे चेक किए, लेकिन न कोई ऐसी कार दिखी और न बदमाश। पुलिस ने किशोरी की काउंसलिंग करवाई तो पता चला कि परिजनों ने इस वर्ष उसका दाखिला अन्य स्कूल में करवाया है। सोमवार को वह पहली बार उक्त स्कूल में गई थी, लेकिन कोई नया दोस्त न होने के कारण उसका वहां मन नहीं लगा। अपने पुराने स्कूल में दोबारा दाखिले के लिए उसने अपहरण की झूठी सूचना दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि कुछ व्यक्तियों ने बिना सत्यता जाने सामान्य प्रकरण को विवादास्पद बनाकर सांप्रदायिक रूप देते हुए लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास किया। ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।