Connect with us

उत्तराखण्ड

स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में फिर एक गर्भवती महिला ने तोड़ा दम, ग्रामीणों में आक्रोश…

शंकर फुलारा – संवाददाता

ओखलकांडा । गौनियारो निवासी मुन्नी देवी उम्र 25 वर्ष पत्नी प्रेम सिंह की अर्धरात्रि में डिलीवरी का दर्द होने के बाद मुन्नी देवी को प्राथमिक उपचार न मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। क्षेत्र वासियों के लिए प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के नाम पर एक एएनएम सेंटर भी नहीं है।

आजादी के बाद आज तक विकास खंड ओखलकांडा के कई क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है पूर्व में भी इस तरीके से कई घटनाएं हो चुकी है। जिसमें कई गर्भवती महिलाओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा जिसमें जच्चा-बच्चा दोनों की ही मृत्यु हो चुकी है।

विगत 6 माह के अंदर यह तीसरी घटना है जिसमें जच्चा बच्चा दोनों की ही मृत्यु हो चुकी हैं फिर भी बदहाल स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कई बार शासन प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद भी प्रशासन ओखलकांडा विकासखंड की अनदेखी किए हुए हैं जिसमें जनता को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हल्द्वानी की ओर मुंह ताकना पड़ता है।

जबकि राज्य सरकार व केंद्र सरकार स्वास्थ्य सुविधाएं के नाम पर करोड़ों रुपए का खर्चा दिखती है ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा से दो-चार होना पड़ता है किसी भी छोटी समस्या के लिए उन्हें हल्द्वानी के चक्कर काटने पड़ते हैं।

जबकि इसी विकासखंड से पति विधायक और पत्नी ब्लॉक प्रमुख हैं। इनका भी इस क्षेत्र के स्वास्थ्य की ओर कोई ध्यान नहीं है जबकि पूर्व कांग्रेस सरकार में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की गई थी वर्तमान सरकार द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे पूर्व गौनियारो ग्राम सभा के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र डालकनया में स्थानीय ग्रामीणों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के लिए धरना प्रदर्शन किया था। डालकन्या ग्राम सभा में भी कुछ माह पूर्व जच्चा और बच्चा दोनों की मृत्यु हो चुकी है फिर भी स्वास्थ्य विभाग ओखल कांडा विकास खंड की और नहीं दे रहा है।

यह भी पढ़ें -  good news : उत्तराखंड पुलिस में निकली भर्ती, 8 नवंबर से आवेदन शुरू

पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरु व पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मदन नौलिया ने सरकार पर स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर ओखल कांडा विकासखंड की उपेक्षा का आरोप लगाया है और स्थानीय विधायक पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।

ग्रामीणों ने ब्लाक प्रमुख व विधायक पर क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया है वह केवल चुनाव के समय में ओखल कांडा ब्लॉक में घूमते हैं उसके बाद हल्द्वानी अपनी कोठी में आराम फरमाते हैं जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि स्वास्थ्य सुविधाएं में शीघ्र सुधार नहीं लाया गया ओखल कांडा ब्लॉक की जनता मुख्यालय में धरना प्रदर्शन को बाध्य होगी।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

More in उत्तराखण्ड

Trending News