उत्तराखण्ड
पलक झपकते ही माँ की गोद से छिन गया लाल, गुलदार बना मासूम नैतिक का काल
— कांडा के माणाकभड़ा गांव में दर्दनाक हादसा, गांव में पसरा मातम
गोविन्द् मेहता
बागेश्वर/कांडा । शनिवार की शाम कांडा तहसील के रावतसेरा राजस्व क्षेत्र के माणाकभड़ा गांव में एक दर्द ऐसा हुआ, जिसने माँ की ममता को हमेशा के लिए एक टीस में बदल दिया। चार साल का मासूम नैतिक, जो अपनी माँ नीलम की गोद में था, उसकी हँसी अभी गूंज ही रही थी कि पलक झपकते ही घात लगाए बैठे गुलदार ने उसे झपट लिया।
माँ बेटे को लेकर शौच के लिए बाहर निकली थी। नैतिक उसकी गोद में था। तभी झाड़ियों में छिपा खूंखार गुलदार अचानक झपटा और माँ की गोद से बच्चे को छीनकर जंगल की ओर भाग गया। माँ ने चीखते हुए उसका पीछा किया, लेकिन कुछ ही पलों में सब कुछ खत्म हो गया। गाँव वालों ने हो-हल्ला मचाया और खोजबीन शुरू की, पर जब नैतिक मिला… तो उसका नन्हा शरीर क्षत-विक्षत हालत में था। घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर उसका शव बरामद किया गया।
यह दृश्य जिसने भी देखा, उसकी आँखें छलक पड़ीं। माँ बेसुध है, पिता केशर सिंह के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। पूरे गांव में मातम पसरा है। डर, ग़म और आक्रोश एक साथ उमड़ पड़े हैं।
सूचना मिलते ही वन विभाग, राजस्व पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने ग्रामीणों को सांत्वना दी और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने तथा क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने पीड़ित परिवार को शीघ्र मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया।
विधायक सुरेश गड़िया, पार्वती दास, राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट, डीएम आशीष भटगाई समेत कई जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने घटना पर गहरा शोक जताया है।
ग्रामीणों की मांग – गुलदार को जल्द पकड़ा जाए
ग्रामीणों में दहशत है। वे वन विभाग से मांग कर रहे हैं कि गुलदार को तुरंत पकड़ा जाए ताकि भविष्य में कोई और माँ अपनी गोद ना खोए।
















