उत्तराखण्ड
पाला बदलते ही बदल गए सुर,नैनीताल सीट पर आर्य बंधुओं में मच सकती घमासान
राजनीति भी अजीब है, जहां का नमक खाओ, उसके गुण मत गाओ, जितना हो सके अपना काम चलाओ, इसी का नाम है राजनीति। इस बीच जिन नेताओं ने पाला बदल लिया है और जिन्हें पार्टी से टिकट न मिलने की वजह से नाराजगी है वह अब अपने सुर और ताल बदलने लगे हैं। यानी “गंगा गए गंगादास, जमुना गए जमुनादास,, जब तक थी आस, तब तक थे आपके पास, अब नहीं है अपना कोई खास,, कुछ इसी अंदाज में नेताओं के सुर बदलने लगे हैं। कुलमिलाकर दलबदलूओं ने अब अपना-अपना रास्ता अपनाना शुरू कर दिया है। पूर्व में जो नेता भाजपा छोड़ कांग्रेस के पाले में आ गए और जो कांग्रेस छोड़ वर्तमान में भाजपा का दामन थाम लिये हैं, ऐसे नेताओं ने अब नये तरीके से सुर, ताल और राग अलापना शुरू कर दिया है।
बात नैनीताल विधानसभा सीट की करें तो यहां भाजपा में रहे विधायक संजीव आर्य ने पार्टी छोड़ते ही भाजपा को ही घेरना शुरू कर दिया है। ऐसे ही कांग्रेस का गुणगान करने वाले पूर्व में भाजपा छोड़ कांग्रेस में गए हेम आर्य फिर से भाजपा में वापसी कर गए हैं।वह अब कांग्रेस को पूरी तरह विफल बताने लगे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ चुकी सरिता आर्य ने हेम आर्य की चिंता और बड़ा दी है। नैनीताल सीट पर संजीव आर्य पूर्व में बीजेपी के विधायक रहे हैं और वर्तमान में वह कांग्रेस में आ चुके हैं। पहले वह कांग्रेस को कोसते थे, आज वह दल बदलते ही बीजेपी को घेरने में लग गए हैं। ऐसे ही पूर्व में भाजपा में रहे हेम चंद आर्य वर्तमान में कांग्रेस छोड़कर फिर से बीजेपी में आ गए हैं और अब वह भी कांग्रेस की बुराई करने पर जुट गए हैं। इसी तरह कांग्रेस में पूर्व विधायक एवं महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रही सरिता आर्या भी अब टिकट न मिलने के कारण कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो गई हैं। कुल मिलाकर नैनीताल सीट पर अब आर्य बंधुओं की दमखम को देखकर ऐसा लग रहा है कि इस बार इस सीट पर भी चुनावी घमासान रोचक होने वाला है।