उत्तराखण्ड
कांग्रेस में यहां भी दिखने लगी बगावत, प्रदेश उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
बागेश्वर। कांग्रेस में बगावत यहां भी देखने को मिली। टिकट का इंतजार कर रहे कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष सज्जन लाल टम्टा ने नाराजगी जाहिर करते हुए आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने जिलाध्यक्ष के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा पत्र भेजा है।
इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि इस्तीफा वापस लेने को पार्टी के कुछ कार्यकर्ता उन पर लगातार दबाव बना रहे हैं। लेकिन वह अब मानने वाले नहीं हैं। सज्जन लाल टमटा ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष लोकमणि पाठक को इस्तीफा सौंपा। कहा कि विधानसभा बागेश्वर में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने टिकट वितरण में भारी अनियमितता की है। वह भी टिकट को लेकर इंतजार पर थे। उनका इंटरव्यू भी पार्टी से नियुक्त चुनाव अधिकारियों ने अल्मोड़ा में लिया था। वह पांच वर्षों से लगातार लोगों के साथ हैं। असहाय, जरूरतमंदों को मदद कर रहे हैं। कोरोनाकाल में राशन आदि वितरण भी किया।
टम्टा ने कहा कि वो पिछले 10 साल से वह चुनाव की तैयारी कर रहे थे। जिसे टिकट दिया गया है उसने लोगों को एक चाय तक नहीं पिलाई है। प्रत्याशी रंजीत दास पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के यहां नौकरी करते थे। जिसका फल उन्हें मिला है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत को चुनाव लड़ने के लिए जमीन नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनका साथ उचित व्यवहार नहीं किया है। वह गरीबों की सेवा लगातार करते रहेंगे।