उत्तराखण्ड
मोबाइल टावर की बैटरियों की चोरी का खुलासा, अंतर्राज्यीय गिरोह गिरफ्तार
कपकोट, बागेश्वर। जनपद की कपकोट पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शामा क्षेत्र के लाथी गांव में बीएसएनएल के मोबाइल टावर से बैटरियां चुराने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की गई चार बैटरियां बरामद की गई हैं, जिनकी अनुमानित कीमत ₹3.76 लाख बताई जा रही है।
बीएसएनएल कर्मचारी महिपाल सिंह द्वारा थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, शामा स्थित मोबाइल टावर से सात बैटरियां चोरी हुई थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक चन्द्र शेखर घोड़के ने तत्काल जांच के निर्देश दिए। पुलिस उपाधीक्षक अजय साह के पर्यवेक्षण में टीम गठित की गई और थानाध्यक्ष खुशवंत सिंह के नेतृत्व में जांच शुरू हुई।
टावरों में काम करने वालों पर गहराया शक
पुलिस ने जब घटनास्थल का निरीक्षण किया तो पाया कि भारी बैटरियों को बिना किसी योजना के ले जाना संभव नहीं था। पूछताछ और सुरागरसी में यह सामने आया कि चोरी में वही लोग शामिल हो सकते हैं जो टावर में पूर्व में काम कर चुके हैं। पुलिस ने जब इनपर नज़र रखनी शुरू की, तो गिरोह का सुराग हाथ लग गया।
मुख्य आरोपी काशीपुर से गिरफ्तार
मुख्य आरोपी शिवम मौर्य, निवासी काशीपुर को गिरफ्तार कर जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपने साथियों के नाम बताए। इनमें रवि उर्फ रवि दिवाकर, कुलदीप यादव, गिरीश कुमार उर्फ सचिन ठाकुर, और राहुल चौधरी के नाम सामने आए।
चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी राहुल चौधरी खुद मोबाइल टावरों में सिविल कार्य करता था और उसे विभिन्न टावरों की लोकेशन की पूरी जानकारी थी, जिसे वह गिरोह को उपलब्ध कराता था।
कपकोट पुलिस टीम ने गहन छानबीन के बाद बरेली से रवि दिवाकर और कुलदीप यादव को गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 305(E) और 331(3) के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया।
इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक संजय धौनी, उपनिरीक्षक जीवन सामंत, कांस्टेबल वीरेंद्र परिहार, और एसओजी के जवान संतोष राठौर की भूमिका सराहनीय रही। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।

