कुमाऊँ
केशव कांडपाल ने की डीएम से पेयजल व्यवस्था ठीक करने की मांग
अल्मोड़ा। नवरात्र व रमजान पर्व के चलते नगर में पानी की भारी किल्लत होने लगी है। दोनों ही पर्वों के लिए आम जनता को प्रतिदिन पेयजल की नितांत जरूरत होती है। लेकिन अल्मोड़ा नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में अनेक मॊहल्ले की जनता पेयजल किल्लत से परेशान हो रही है। बदहाल जल संस्थान और जल निगम की पेयजल वितरण व्यवस्था से हर कोई दिक्कत में है।
यहां जारी बयान में यूकेडी के जिला प्रवक्ता एवं समाजसेवी केशव कांडपाल ने कहा कि जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों के बीच आपसी सांमजस्य नहीं होने का परिणाम अल्मोड़ा नगर की जनता को भुगतना पड़ रहा है। गर्मी का सीजन आरम्भ होने से पेयजल की किल्लत के कारण आम जनता जूझ रही हैं। कांडपाल ने कहा विभागीय अधिकारी एक दूसरे के विभागों पर आरोप- प्रत्यारोप लगाकर इतिश्री कर रहे हैं। जबकि व्यवस्था को बनाने के लिए वह पूर्ण जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि लगभग 25 करोड़ अल्मोड़ा कोसी मटेला पेयजल योजना पूर्ण हो चुकी हैं। इसके बावजूद पेयजल का संकट हो रहा है।
उन्होंने कहा चालीस लाख लीटर पेयजल भण्डारण विक्टर मोहन जोशी जलाशय में पेयजल का भण्डारण होने के बाद भी जल निगम द्वारा एडम्स जलाशय को पेयजल आपूर्ति आरम्भ कर दी है। वही भण्डारण क्षेत्र से 200 मीटर दूर हीराडुंगरी जलाशय को अब तक पेयजल आपूर्ति से नहीं जोड़ा जाना विभागीय लापरवाही का नतीजा हैं। जिस कारण आये दिन जनता को पेयजल से महरूम होना पड़ रहा हैं। उन्होंने जाखनदेवी क्षेत्र के तल्ला गल्ली, जाखनदेवी, चॊसार ऒर कपीना क्षेत्र की क्षतिग्रस्त पेयजल लाईन को अविलम्ब ठीक कर उपभोक्ताओं के पेयजल संयोजन को तत्काल जोड़ने की मांग की हैं। कांडपाल ने जिलाधिकारी से नवरात्र और रमजान के पर्वों को देखते हुए जल संस्थान तथा जल निगम के अधिकारियों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए उचित जवाबदेही तय करने की मांग की है।