उत्तराखण्ड
खैरना-क्वारब मार्ग मामले में सरकार नहीं चेती तो होगा उग्र आंदोलन-कांडपाल
खैरना/अल्मोड़ा। खैरना-क्वारब मोटर मार्ग की दयनीय स्थिति के चलते आम लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं।सामाजिक कार्यकर्ता एवं यूकेडी जिला प्रवक्ता के डी कांडपाल ने कहा है कि एन एच 83 ई के मामले में सरकार ने जल्दी से कोई सकारात्मक कारवाई नहीं की तो वह मुख्य मार्ग में चक्का जाम करेंगे।
श्री कांडपाल का कहना है कि हल्द्वानी-अल्मोड़ा के बीच काफी आवाजाही है। हल्द्वानी कुमाऊं की प्रमुख मंडी होने के कारण सभी का व्यवसाय भी यही से है। प्रतिदिन अल्मोड़ा मार्ग में हजारों वाहनों की आवाजाही होती है। लेकिन टूटते पहाड़ों के बीच से गुजरने वाली सड़क कभी भी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रही है। उन्होंने कहा कि खैरना से लेकर क्वारब तक सड़क की बुरी हालत हुई है। इसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। जबकि वर्ष 2010 में आयी तबाही के समय भू जानकारों ने इस सड़क को खतरनाक और उपयोगी न होना भी बताया था, यही नहीं नदी के विपरीत दिशा से सड़क बनाये जाने को कहा था लेकिन तत्कालीन उत्तराखंड सरकार ने इस मामले में पर्दा डालकर पुरानी सड़क पर ही पानी की तरह करोड़ों रुपए बहा दिए।
श्री कांडपाल ने केंद्र व उत्तराखंड सरकार को आगाह किया है कि अगर समय पर इस सड़क की सुध नहीं ली गई तो वह उग्र आंदोलन करेंगे।एक तरफ पर्यटन सीजन आरम्भ हो चुका है, आये दिन इसी मार्ग से मरीजों को एम्बुलेंस से हल्द्वानी लाया जाता है।सड़क की हालत खराब होने के कारण कई बार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
श्री कांडपाल ने बताया कि उग्र आंदोलन के लिए तैयारी की जा रही है। जिसमें सभी वाहन चालक, व्यापारी वर्ग और एम्बुलेंस संगठन ने उन्हें समर्थन दे दिया है।