राष्ट्रीय
जानिए भारत में बाघों की मौजूदा स्थिति
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस-
विश्व भर में मौजूद बाघों की लगभग 70 फीसदी आबादी भारत में रहती है।वर्तमान में देश के आठ राज्यों में लगभग 3 हजार से अधिक बाघ हैं, जिनमें सबसे ज्यादा बाघ मध्य प्रदेश राज्य में पाये गए हैं। हर साल बाघों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वर्ष 2018 की गणनानुसार बाघों की संख्या 2967 है। जिनमें उत्तराखंड, बिहार, मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या सर्वाधिक मिली। बहरहाल देशभर में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ने के साथ-साथ उनके ऑक्युपेंसी एरिया भी बढ़ रहा है।
बता दें कि दुनिया के मात्र 13 देशों में ही बाघ पाए जाते हैं, जिसमें से भारत में 70 प्रतिशत बाघ हैं। भारत को अपनी बाघ संपदा पर गर्व है। बाघों के संरक्षण को लेकर 12 टाइगर रेंज देशों के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे पास कई समृद्ध संसाधन (सॉफ्ट पावर) हैं, जिनमें से एक हमारे देश के जानवर हैं। देश में 30 हजार हाथी, तीन हजार एक सींग वाले गेंडे और 500 से ज्यादा शेर हैं।
वैश्विक स्तर पर महज 2.5 फीसदी भूमि, चार फीसदी वर्षा और विश्व की 16 फीसदी आबादी होने के बावजूद भारत दुनिया की आठ फीसदी जैव विविधता का घर है, जिसमें बाघों की 70 फीसदी आबादी भी शामिल है।
विश्व में भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलयेशिया, म्यांमार, नेपाल, रूस, थाईलैंड और वियतनाम में बाघ पाए जाते हैं। बाघ अनुमान रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2006 की तुलना में 2018 में हुई गणना के समय बाघों की संख्या दोगुनी हो गई थी
बाघ गणना रिपोर्ट के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा बाघ मध्य प्रदेश में पाये गए। उत्तराखंड की जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा 231 बाघ हैं, जबकि मिजोरम की डांपा, पश्चिम बंगाल की बुक्सा और झारखंड पलामू टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ नहीं है। 2018 की गणना नुसार भारत के आठ राज्यों में बाघों की संख्या-
राज्य बाघ
मध्यप्रदेश 526
कर्नाटक 524
उत्तराखंड 442
महाराष्ट्र 319
तमिलनाडु 264
असम 190
केरल 190
उत्तर प्रदेश 173