Connect with us

उत्तराखण्ड

कोतवाली कर्णप्रयाग श्री देवेन्द्र रावत की नई पहल जन–जन को कर रहे जागरूक।

कर्णप्रयाग (चमोली)।  प्रभारी निरीक्षक कर्णप्रयाग ने उमा पब्लिक स्कूल में छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों, साइबर अपराध और नए कानूनों की दी जानकारी। जनपद चमोली पुलिस द्वारा चलाए जा रहे व्यापक जागरूकता अभियान के तहत आज दिनांक 25.12.24 को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्णप्रयाग, श्री देवेन्द्र रावत द्वारा उमा पब्लिक स्कूल कर्णप्रयाग के वार्षिकोत्सव के अवसर पर उपस्थित स्कूली छात्रों, अध्यापकों, अभिभावकों और अन्य विद्यालय स्कूली स्टॉफ को नशे के दुष्प्रभावों, साइबर अपराधों से बचाव के तरीकों और नए कानूनों के संबंध में विस्तृत जानकारी देकर जागरूक किया गया। वार्षिकोत्सव के उल्लासपूर्ण माहौल के बीच, चमोली पुलिस द्वारा आयोजित इस जागरूकता सत्र में प्रभारी निरीक्षक द्वारा अपने संबोधन में युवाओं को नशे की गिरफ्त से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नशे की लत कैसे जीवन को अंधकार में धकेल सकती है। उन्होंने नशे की लत से बचने के उपायों पर भी विस्तार से चर्चा की और युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध एक गंभीर चुनौती बनकर उभरा है। इस विषय पर बात करते हुए उन्होनें छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, सोशल मीडिया पर उत्पीड़न और डेटा चोरी के बारे में सचेत किया। उन्होंने साइबर सुरक्षा से संबंधित आवश्यक उपायों की जानकारी दी साथ ही उन्होंने बताया कि किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें। उन्होंने साइबर अपराध का शिकार होने पर तत्काल पुलिस या साइबर हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज करने की सलाह भी दी।प्रभारी निरीक्षक द्वारा उपस्थित लोगों को देश में लागू हुए नए कानूनों के महत्वपूर्ण प्रावधानों से अवगत कराते हुए इनका पालन करने का आग्रह किया, उन्होंने विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं से संबंधित नए कानूनों की जानकारी पर जोर देते हुए बताया कि नए कानून में नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए अनेक नए प्रावधानों को जोडा गया है। जिससे कानूनी व न्यायिक प्रक्रिया सरल बनी है।   इस जागरूकता कार्यक्रम को उपस्थित अभिभावकों व अन्य लोगों ने इस जागरूकता कार्यक्रम की सहराना करते हुए कहा कि इस प्रकार के जागरूकता अभियान भविष्य में बच्चों और युवाओं को सही दिशा में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगें। विद्यालय प्रशासन द्वारा भी पुलिस का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस प्रकार के सहयोगात्मक कार्यक्रमों जारी रखने का आग्रह किया।

यह भी पढ़ें -  कुमाऊं कमिश्नर ने अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए यह निर्देश

More in उत्तराखण्ड

Trending News