उत्तराखण्ड
परेशानियों से जूझता लालकुआं पोस्ट ऑफिस,आम लोग परेशान
प्रेम सिंह दानू
लालकुआं (नैनीताल)। क्षेत्र का सबसे पुराना और आय के लिहाज़ से सबसे बड़ा पोस्ट ऑफिस आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। एक छोटे से कमरे में संचालित यह डाकघर न केवल स्थानीय जनता बल्कि बिंदुखत्ता, सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल के हज़ारों कर्मचारियों और 20 से अधिक अभिकर्ताओं के लेन-देन का प्रमुख केंद्र है। इसके बावजूद यहां ग्राहकों को बदहाल स्थिति में खड़ा रहकर सेवा लेनी पड़ती है।
बारिश हो या चिलचिलाती धूप, ग्राहक खुले आसमान के नीचे घंटों लाइन में खड़े रहते हैं। न तो बैठने की उचित व्यवस्था है और न ही पीने के पानी या शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं। ठीक सामने भारतीय स्टेट बैंक की शाखा है, जहां एसी से सुसज्जित हॉल में ग्राहक चैन से बैठकर कार्य करते हैं। वहीं लालकुआं में मौजूद अन्य बैंकों पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक, नैनीताल बैंक, अल्मोड़ा अर्बन बैंक आदि में भी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
इसके विपरीत, डाकघर में न तो पर्याप्त स्टाफ है और न ही कर्मचारियों के बैठने की समुचित व्यवस्था। स्टाफ की कमी के कारण कामकाज की गति धीमी रहती है और ग्राहकों को लंबे समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है।
यह अत्यंत खेदजनक है कि एक लाख से अधिक की आबादी वाले क्षेत्र में, जहां प्रतिदिन लाखों का लेन-देन होता है, वहां का डाकघर बदहाल अवस्था में अपनी सेवाएं दे रहा है।
जनहित की मांग:
स्थानीय नागरिकों, अभिकर्ताओं और सामाजिक संगठनों ने भारतीय डाक विभाग और शासन से मांग की है कि लालकुआं पोस्ट ऑफिस को नया भवन, डिजिटल संसाधन, पर्याप्त स्टाफ और ग्राहकों के लिए बुनियादी सुविधाएं अविलंब उपलब्ध कराई जाएं ताकि डाकघर अपनी गरिमा के अनुरूप सेवाएं दे सके।

