उत्तराखण्ड
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को संसद से बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग पर माले का प्रदर्शन
लालकुआं
- भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का पुतला दहन किया
- धार्मिक उन्माद पैदा करने वाली नफरती भाषा ही भाजपा का असली चाल चरित्र चेहरा है : डा कैलाश पाण्डेय
संसद में मुस्लिम सांसद के खिलाफ नफरती धार्मिक अपमान और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का इस्तेमाल करने वाले भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को संसद से बर्खास्त करने और मुक़दमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग पर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए कार रोड चौराहे पर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का पुतला दहन किया।
प्रदर्शन में बोलते हुए भाकपा माले जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, “भाजपा – आरएसएस जनता के बीच धार्मिक उन्माद भड़काने के लिए अल्पसंख्यकों के खिलाफ जिस भाषा का इस्तेमाल करती है रमेश बिधूड़ी ने संसद में उसी की खुली अभिव्यक्ति की है।भाजपा सांसद के द्वारा संसद के भीतर दिए गए इस घृणा वक्तव्य के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर भाजपा ने अपनी अल्पसंख्यक विरोधी पूरी असलियत सामने ला दी है। इसी तरह की धार्मिक उन्माद पैदा करने वाली नफरती भाषा ही भाजपा का असली चाल चरित्र चेहरा है।”
उन्होंने कहा कि, “लोकसभा स्पीकर को तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए रमेश बिधूड़ी की संसद सदस्यता रद्द कर मुकदमा दर्ज कराना चाहिए था लेकिन उन्होंने सिर्फ उनके बयान को संसद की कार्यवाही से बाहर कर अपनी इतिश्री कर ली है। भाजपा संगठन ने भी इस नफरत भरे भाषण का संज्ञान लेते हुए रमेश बिधूड़ी के विरुद्ध कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की है। यह स्पष्ट रूप से बताता है कि भाजपा नेतृत्व अंदरूनी तरीके से अल्पसंख्यकों के प्रति उसी रवैए को रखता है जिसकी अभिव्यक्ति भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद में की। इसी घृणा की नुमाइश आरएसएस के अनुषांगिक संगठन बजरंग दल,विश्व हिन्दू परिषद,एबीवीपी जगह जगह करते रहते हैं और व्यापक जन समुदाय में नफ़रत और विभाजन की अपनी राजनीति को का काम करते हैं। इस सब घृणा व्यापार पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जानी चाहिए।”
विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन में मुख्य रूप से डा कैलाश पाण्डेय, विमला रौथाण, ललित मटियाली, पुष्कर सिंह दुबड़िया, कमल जोशी, धीरज कुमार, स्वरूप सिंह दानू, प्रभात पाल, हरीश भंडारी, निर्मला शाही, आंनद दानू, प्रमोद कुमार, त्रिलोक सिंह दानू आदि शामिल रहे।