Connect with us
Breaking news at Parvat Prerna

राष्ट्रीय

गंभीर बीमारी से ग्रस्त व बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन लगाने के कई विकल्प


नई दिल्ली। 45 से 60 साल के बीच की उम्र वाले गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों तथा 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन लगाने के कई विकल्प उपलब्ध होंगे। वे खुद ही कोविन प्लेटफार्म पर रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन लगाने का दिन और स्थान चुन सकते हैं। पूर्व में पंजीकरण नहीं करा पाने वाले बुजुर्ग भी अपने नजदीक के वैक्सीन सेंटर पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कराके वैक्सीन ले सकते हैं। इसके अलावा आशा कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी अपने-अपने इलाकों में रह रहे बुजुर्गों का पता लगाकर उन्हें वैक्सीन सेंटर लाने की जिम्मेदारी दी गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने तमाम आशंकाओं का किया समाधान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों व नेशनल हेल्थ मिशन के प्रमुखों को एक मार्च से शुरू होने जा रहे कोरोना के बड़े पैमाने पर टीकाकरण के तौर-तरीकों के बारे में विस्तार से बताया और उनके आशंकाओं का समाधान किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सरकारी वैक्सीन सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सहयोगी स्वास्थ्य केंद्रों, आयुष्मान भारत के तहत आने वाले हेल्थ व वेलनेस सेंटरों, सब डिविजनल व जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में खोले जा सकते हैं।

कोरोना गाइड लाइन का करना होगा पालन-

इसी तरह से निजी वैक्सीन सेंटर सीजीएचएस और आयुष्मान भारत के प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मान्यता प्राप्त केंद्रों के साथ-साथ राज्यों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत पंजीकृत अस्पतालों में खोले जाएंगे। राज्य सरकारों को पहली बार निजी अस्पतालों में शुरू होने जा रहे टीकाकरण के दौरान कोरोना की गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है। राज्यों को यह भी बता दिया गया है कि उम्र के सत्यापन के लिए लाभार्थियों को कौन-कौन से दस्तावेज लाने होंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके लिए आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र के अलावा कोई अन्य फोटो पहचान दिखाना होगा, जिसमें जन्म की तारीख दर्ज हो। वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इनमें से एक भी दस्तावेज को दिखाकर लाभार्थी वैक्सीन लगवा सकते हैं।

45 से 60 साल के बीच के उम्र वाले गंभीर बीमारी से ग्रस्त को डाक्टर द्वारा दिया गया बीमारी का सर्टिफिकेट देना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस दौरान वे हेल्थकेयर या फ्रंटलाइन वर्कर्स भी वैक्सीन ले सकेंगे, जो पहले छूट गए थे। लेकिन उनकी उम्र 60 साल से अधिक या फिर 45 से 60 साल के बीच में गंभीर बीमारी से ग्रसित होना जरूरी है।

पहचान पत्र दिखाना जरूरी-

ऐसे हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए नियोक्ता की ओर से जारी फोटो सहित पहचान पत्र या सर्टिफिकेट दिखाना होगा। कोविन प्लेटफार्म पर पंजीकृत होने और पहली डोज लेते ही क्यूआर कोड पर आधारित अस्थायी सर्टिफिकेट और दूसरी डोज लेने के बात स्थायी सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। लाभार्थी के मोबाइल पर इस सर्टिफिकेट का लिंक भेजा जाएगा, जिसे आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। वैक्सीन सेंटर पर इसके प्रिंटआउट लेने की भी सुविधा होगी।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Continue Reading
You may also like...

More in राष्ट्रीय

Trending News