कुमाऊँ
विवाहिता के साथ मारपीट मामले में आया नया मोड़
रानीखेत (संवाददाता)। विकासखण्ड द्वाराहाट के ऐराडी गांव में विवाहिता के साथ पारिवारिक मारपीट ने अब नया मोड़ ले लिया है। जहां एक ओर पीड़िता के पिता द्वारा उमा देवी के पति रणजीत सिंह, ससुर प्रेम सिंह, देवर गोविंद सिंह तथा इनके चचेरे भाई कैलाश सिंह के नाम प्राथमिकी दर्ज करवाई है। वहीं तहसीलदार दलीप सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी। इधर उमा देवी के देवर गोविंद सिंह ने बताया कि हमारे घर में पारिवारिक धार्मिक अनुष्ठान (जागर) चल रही थी। हमारे घर परिवार जनों ने यह पारिवारिक धार्मिक अनुष्ठान 6 महिने पहले तय किया था। जिसको 6 तारीख करना सुनिश्चित हुआ था। उसी धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए हम सब परिवार इकट्ठा हुए थे। घर पर धार्मिक अनुष्ठान (जागर) चल रहा था। उसी दौरान माहवारी काल से गुजर रही उमा देवी (38वर्ष) भी पहुंच गई।
परिवार जनों के समझाने पर महिला जागर स्थल से नहीं हटी तो विवाद हो गया। इसके बाद मैं अपने घर पर था, मेरी भाभी (उमा देवी) मेरे घर पर झगड़ा करने आ गई और मैंने व मेरे पिता ने उन्हें बहुत समझाया वह नहीं मानी, फिर वह नाचने लग गई। कहने लगी की यह तुने जान बुझ कर रखा है। जिसके बाद वह मुझ पर झपट पड़ी उसने मेरा गला पकड़ा और मेरी कमीज़ भी फाड़ दी और खुद भी जमीन पर गिर पड़ी।
इसी दौरान पहले वह खेत में रखें पोल से टकराई फिर आंगन पर रखे पत्थर पर टकरा कर खून से लथपथ हो गई। उसके बाद गाली गलौज करने लगी। हम लोगों ने उस दौरान किसी ने उन पर हाथ तक नहीं लगाया है। उन्होंने जो भी बयान दिए हैं सब झूठ है। मेरे भाई की शादी को 17 साल हो गए हैं। उन्होंने पहले भी दहेज का झूठा आरोप लगाया था, और हमारे परिवार को बार बार धमकी देती है कि मैं महिला आयोग जाउंगी, हमें प्रताड़ित करती रहती है। रोज रोज के इन्हीं झगड़ों से बचने के लिए मैंने अलग मकान बनाकर अपने परिवार के साथ रहने लगा। उन्होंने हमें बताया कि मैं एक जन प्रतिनिधि हूं। इसलिए मुझे व मेरे परिवार पर झूठा आरोप लगाकर फंसाया जा रहा है। इस अवसर पर गोविन्द सिंह की पत्नी, उनकी लड़की आदि भी उपस्थित रहे।
बलवन्त सिंह रावत