कुमाऊँ
अवैध खनन के विरुद्ध ग्रामीण हुये लामबंद, डीएम को दिया ज्ञापन
बागेश्वर। जिले में अनेक स्थानों पर अवैध तरीके से खनन कार्य हो रहा है।यहां नायल धपोला में हो रहे अवैध खनन को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। अवैध खनन रोकने को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि यदि अवैध खनन पर रोक नहीं लगी तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।नायाल धपोला के ग्राम प्रधान सूरज सिंह कार्की के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की। कहा कि नायल धपोला गांव में केदार सिंह, रमेश सिंह गढ़िया, लक्ष्मण सिंह रौतेला की सोप स्टोन माइन है। माइन का विरोध गांव के लोग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। 18 नवंबर 2021 से लगातार खनन कार्य शुरू हो गया है। खनन माफियाओं द्वारा पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। चारों ओर बड़े- बड़े गड्ढे हुए पड़े हैं, इन्हें गड्ढों को भरा नहीं जाता न पौधारोपण किया जा रहा है। यहाँ लेबरों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। शिकायत के लिए कोई कार्यालय भी नहीं खोला गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि खनन क्षेत्र से 85 मीटर की दूरी पर अवासीय भवन, चार मीटर में मुख्य रास्ता और 15 मीटर में विद्युत लाइन का भी खतरा बना हुआ है। इसके अलावा पिट दो से आवासीय भवन की दूरी 27 मीटर, सड़क 18 मीटर, विद्युत लाइन 20 मीटर, पिट तीन से तल्ला नायल के अनुसूचित जाति के आवास, पेयजल टंकी, रास्ते को खतरा पैदा हो गया है। इसके साथ ही माइन सार्वजनिक स्थानों, प्रापर्टी, आवासीय भवन, रोड आदि की दूरी केवल 100 मीटर के मानक भी पूरे नहीं कर रही है। ग्रामीणों ने कहा कि गांव ढलान पर है। 2010 से भूस्खलन हो रहा है। उन्होंने माइन की लीज निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में जगदीश सिंह, बचे सिंह, लक्ष्मण सिंह, दीवान सिंह, चंदन सिंह, सूरज सिंह आदि मौजूद थे।