उत्तराखण्ड
दुग्ध संघ मजदूरों ने किया उग्र आंदोलन का ऐलान
लालकुआं। वर्ष 2018 से ईपीएफ पर ईएसआई का लाभ नहीं मिलने से नाराज नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ में कार्यरत मजदूरों ने उग्र आंदोलन का ऐलान किया है।
यहां भारतीय चैतन्य बौद्ध महासंघ के अध्यक्ष नवीन पंत व नाभादास महाराज के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक दुग्ध संघ मजदूरों ने तहसील पहुंचकर उप जिलाधिकारी के नाम प्रेषित ज्ञापन की प्रति रजिस्ट्रार कानूनगो मोहित बोरा को सौंपी। ज्ञापन में कहा गया है कि नैनीताल दुग्ध संघ में कार्यरत श्रमिकों को 2018 से ईपीएफ और ईएसआई जमा नहीं होने की वजह से इसका लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है तमाम प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है ऐसे में लगातार मजदूरों का उत्पीड़न किया जा रहा है अपनी मांग मनवाने के लिए मजदूर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।
ऐसे में अब दुग्ध संघ ने कई श्रमिकों को काम से भी निकाल दिया है जिससे परेशान होकर अब सभी मजदूर कल 17 सितंबर को दुग्ध संघ लालकुआं के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे यदि जल्द ही उन्हें पीएफ और ईएसआई का लाभ नहीं दिया जाता है तो सभी श्रमिक आमरण अनशन करने को भी बाध्य होंगे।ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से मोहन चंद्र मिश्रा, गोपाल मेहरा, प्रकाश बिष्ट, सूरज कनवाल, तरुण कुमार, जितेंद्र कश्यप, प्रवीण सिंह, यशवंत सिंह, शेर सिंह, सूरज कांडपाल, मोहन मिश्रा, श्याम दत्त, ललित जोशी, राजेंद्र अधिकारी, ललित तिवारी, बंसीलाल, राम सिंह कार्की, वीरेंद्र सिंह जीना, प्रदीप कश्यप सहित तमाम श्रमिक मौजूद रहे।