उत्तराखण्ड
रोडवेज से उजड़े व्यापारियों को छह माह पूरे, धरना देकर जिम्मेदारों से मांगा जवाब
अतिक्रमण बताकर रोडवेज से हटाई गई बरसों पुरानी दुकानों को छह माह पूरे होने पर आज व्यापारियों ने धरना देकर विरोध जताया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि 6 माह हो गए लेकिन अभी तक उनका पुनर्वास नहीं किया गया है। अधिकारियों और नेताओं ने उन्हें गुमराह करने का काम किया है। पहले कमेटी का हवाला देकर समय खराब किया गया और उसके बाद जमीन तलाशने को लेकर। उन्होंने कहा कि अब लंबी लड़ाई लड़ी जाएगी। व्यापारी अब चुप बैठने वाला नहीं है। जी-20 के नाम पर जिस तरह उन्हें उजाडा गया, वह बर्दाश्त से बाहर है। अब इसका खुलकर विरोध किया जाएगा।
व्यापारियों ने कहा कि व्यापार उजड़ने से उनका परिवार प्रभावित हो गया है। बच्चों की फीस जमा नहीं हो पा रही, घर का चूल्हा भी कैसे जले, यह भी बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि आखिर उनका कुसूर किया था ? क्यों उन्हें उजाडा गया ? उन्होंने नेताओं को उन वादों की भी याद दिलाई जो उन्हें 6 माह पहले दिलाए गए थे। उन्होंने सवाल किया कि आखिर उन्हें दुकान कौन देगा ? जो लोग अब तक उनका साथ देने का वादा कर रहे थे, वह आखिर अब मन क्यों हो गए ? यह सवाल भी व्यापारियों ने किया। धरना देने वालों में प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष संजय जुनेजा, अमरजीत सिंह, महामंत्री हरीश अरोरा, नवीन सिंह, सुनील खुगगर समेत तमाम व्यापारी मौजूद थे।