उत्तराखण्ड
हल्द्वानी, बनभूलपुरा हिंसा का मोस्ट वॉन्टेड अब्दुल मोईद गिरफ्तार, पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर से पकड़ा
हल्द्वानी। बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक का बेटा अब्दुल मोईद को उत्तराखंड पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने पत्रकारों को बताया कि बनभूलपुरा हिंसा से जुड़े उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए छह पुलिस टीमें गठित की गई, जो देश के अलग-अलग राज्यों- गुजरात, दिल्ली, मुंबई-महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि सभी संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दे रही है। उक्त गठित टीमों में से एक टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। टीम ने दंगे में वांछित अभियुक्त अब्दुल मोईद को दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि, बनभूलपुरा हिंसा से जुड़े उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा की ओर से पुलिस की टीमों का गठन किया गया है। पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थलों के आसपास साक्ष्यों के आधार पर घरों में दबिश दी जा रही है। अब तक 83 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अवैध हथियार व कारतूस बरामद किए गए है।
ये था हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा का पूरा मामला
आठ फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध मदरसा और धर्मस्थल ढहाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था। पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, रामनगर कोतवाल समेत 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया। पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ी दोपहिया समेत 70 से अधिक वाहन फूंक दिए गए। आंसू गैस के गोले दागने और लाठी चार्ज के बाद भी जब हालात काबू में नहीं आए, तो सबसे पहले अधिकारी जान बचाने के लिए मौके से भागे। पुलिस व निगम टीम जैसे-तैसे वहां से निकली। प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए हैं। छह लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी। हल्द्वानी हिंसा में करोड़ों की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। हिंसा के बाद से पुलिस लगातार उपद्रवियों की धरपकड़ के लिए कार्रवाई कर रही है। बनभूलपुरा हिंसा के बाद आठ फरवरी से अब्दुल मोईद फरार चल रहा था, जिसके बाद अब बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक व उसके बेटे अब्दुल मोईद को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।