कुमाऊँ
विकास से वंचित सेराघाट क्षेत्र : राकेश भट्ट
लंबे समय से अल्मोड़ा विधानसभा के सेराघाट के निवासी और लंबे समय तक सामाजिक कार्यकर्ता ,हिंदू संगठनों में लंबे समय तक काम कर रहे राकेश भट्ट ने बताया कि अल्मोड़ा विधानसभा का भैंसियाछाना ब्लॉक आजादी के 75 साल के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है ! शिक्षा, स्वास्थ ,सड़क ,रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं का हमेशा यहां अभाव रहा है। अगर शिक्षा की बात करें तो इस क्षेत्र में आज तक जबकि देश के अंदर बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे लगाए जाते हैं इस ब्लाक में कोई बालिका इंटर कॉलेज नहीं है ,यहां से बच्चे इंटरमीडिएट की परीक्षा पूरी करने के बाद स्नातक की शिक्षा के लिए 65 से 70 किलोमीटर दूर अल्मोड़ा कॉलेज में आना पड़ता है ।
जिससे कई गरीब बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित हो जाते हैं ! उसी तरह स्वास्थ्य की स्थिति भी बहुत ही बदहाल है यहां लंबे समय से अस्पतालों की मांग और वहां जो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं उनमें डॉक्टर और नर्स की हमेशा से कमी रहती है अगर किसी को एक एक्सरे भी कराना हो तो वहां नहीं हो पाता है , उसके लिए अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में आना पड़ता है अगर यहां पर सड़कों की बात करें तो आज भी हजारों गांव सड़कों से वंचित है, यहां एक निर्माणाधीन सड़क जो मंगलता से त्रिनैली को बन रही है भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ चुकी है ! उस सड़क में निर्माण में हो रही अनियमितताओं को क्षेत्रीय जनता कई बार उठा चुकी है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है । लगातार बदहाल सड़कों की वजह से दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, पिछले लंबे समय से यहां रोजगार की कोई संभावना नही बनने से यहां के कई युवा पलायन कर चुके हैं ,लॉकडाउन के बाद कहीं युवा जो बड़े शहरों से गांव की तरफ आए थे ! लेकिन निराश होकर के दिल्ली, मुंबई की तरफ वापस जा रहे हैं ।
कई बार मीडिया और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद भी आश्वासन के बाद भी क्षेत्र की बदहाल स्थिति बनी हुई है।नेता चुनाव में यहां जब वोट मांगने आते हैं तो बड़े बड़े वादे करते हैं और चुनाव खत्म होते ही इस क्षेत्र की तरफ देखना तो दूर की बात लगातार यहां की अपेक्षा की जाती है ! जिससे लगातार क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है श्री भट्ट ने बताया कि जल्द ही क्षेत्र के युवाओं का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर यहां की समस्याओं से अवगत कराएंगे और समाधान के लिए प्रयास किए जाएंगे।