उत्तराखण्ड
दो दिन बाद भी नहीं हुआ अमृता का अंतिम संस्कार, परिजन दोषियों पर कार्रवाई की कर रहे मांग
दो दिन पहले संगमचट्टी के कफलों गांव में स्थित होम स्टे में एक युवती की संदिग्ध हालत में लाश मिली। परिजन और ग्रामीण हत्या की आशंका जताते हुए अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। दो दिन बीत जाने के बाद भी अमृता का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है।
दो दिन बाद भी नहीं हुआ अमृता का अंतिम संस्कार
दो दिन पहले उत्तरकाशी के संगमचट्टी के कफलों गांव में स्थित होम स्टे अमृता का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। जिसके बाद से परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। शनिवार को परिजनों ने जिला अस्पताल के बाहर अड़े रहे। ग्रामीण और परिजन दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दोषियों को पकड़ने पर ही करेंगे अंतिम संस्कार
परिजनों का कहना है कि जब तक दोषियों को पकड़ा नहीं जाता है तब तक वो अमृता का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। घटना के विरोध में स्थानीय लोग जमकर हंगामा कर रहे हैं। इस घटना के बाद से एक बार फिर से अंकिता हत्याकांड की यादें ताजा हो गई हैं। लोगों का कहना है कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता को आज तक न्याय नहीं मिल पाया है। लेकिन अमृता को वो न्याय दिलाकर रहेंगे।
होम स्टे का मालिक और नौकर पुलिस हिरासत में
पुलिस ने होम स्टे के मालिक और नौकर को हिरासत में ले लिया है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि होम स्टे के मालिक और नौकर ने घटना की जानकारी पुलिस को दी लेकिन उन्हें नहीं दी। परिजनों ने आरोप लगाया कि शव जिस रस्सी से लटका हुआ मिला था वो बहुत की कमजोर है।
इसके साथ परिजनों का कहना है कि अमृता के पैर भी जमीन को छू रहे थे। उनका कहना है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है। परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि जिस कमरे में अमृता का शव मिला है उसमें अंदर से कुंडी भी नहीं लगी थी।