कुमाऊँ
नृत्यांगना नेहा का प्रयास,छू रहा नया आकाश
कुछ करने की अगर मनसा हो तो परिस्थितियों को भी झुकना पड़ता है,और यह मंशा अगर ज़िद में बदल जाय तो सफलता का स्वाद धीरे-धीरे आने लगता है। ये कोई कहानी नही बल्कि कहानी को हक़ीक़त में तब्दील करने वाली बागेश्वर की उनतीस साल की युवा महिला नृत्यांगना नेहा बघरी मेहता है।
ब्लॉक कपकोट के सुदूर क्षेत्र में रहकर जब पढ़ाई करने नेहा बागेश्वर पहुची तो उसका ध्यान नृत्य की ओर स्वतः ही आकर्षित हो गया। वह इस उम्मीद को अपने भीतर बनाये रखने में सफल रही। भले ही स्कूल का कोई क्रायक्रम हो या आस-पड़ोस में नेहा वहा पहुचकर नृत्य से अपनी उपस्थिति जरूर देती। शुरू शुरू में उसे भी अन्य लड़कियों की तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन अपने जुनून व मेहनत के बलबूते नेहा संगीत,नृत्य के क्षेत्र में आगे बढती गयी।आलोचना करने वाले अब प्रशंसा करने लगे।
नेहा ने अपना प्रयास कम नही होने दिया। अपने पिता को आदर्श मानने व बालिका इंटर कॉलेज के वरिष्ठ अध्यापिका नीरू पांडेय की सिख को वह जीवन भर याद रखना चाहती है। बेटा जीवन में कुछ करना है या भीड़ से अलग दिखना चाहते हो तो अपने को लक्ष्य से अलग मत होने दो।
आज जो लोग आलोचना करते है वही आपको सफल होते देखते गीत गाएंगे। अल्मोड़ा से नृत्य की स्नातक एवं स्नातकोत्तर डिग्री के बाद नेहा ने अपने बलबूते ही शहर में वर्ष 2017 में “नेहा डांस एवं सांस्कृतिक अकादमी” खोला है। इसमें कई बच्चे नृत्य के माध्यम से अपनी कला का जोहर दिखा चुके हैं। स्थानीय मेलो,कौतिको, रामलीलाओं,सांस्कृतिक मंचो, प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक बच्चों को प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हो चुका है। गौरतलब है कई प्रतिभाओं ने बॉलीवुड में भी मॉडलिंग,एंकरिंग, कॉमिडी, लाफ्टर शो,मिमिक्री,डांस कम्पटीशन इत्यादि विधाओं में बागेश्वर जैसे छोटे व पहाड़ी जगह से छाप छोड़ी है। आज यह संस्थान बागेश्वर में बच्चों में नृत्य कौशल को पंख लगा रहा है। स्वीप, भारत सरकार के द्वारा लोगो को अपने मत(वोट) देने के लिए जागरूक करने के लिए भी इस संस्थान के बच्चो ने नेहा बघरी के निर्देशन में मनमोहक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
सही मायने में ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ एवं महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत होने वाले भारत सरकार के प्रोग्राम को इस प्रकार की उभरती प्रतिभाओं से बल मिलता है। सामाजिक ,सांस्कृतिक व शिक्षा से सरोकार रखने वाले एवं लेखक प्रेम प्रकाश उपाध्याय ‘नेचुरल’ ने जब इस कलाकर से बात की तो महसूस हुआ की नृत्य न सिर्फ हमारे भीतर छिपे कौशल को बाहर लाता है बल्कि अगर इसकी पूरी तैयारी की जाय तो यह हमें रोजगार भी दे सकता है। शुभकामना संदेश देने वालों में माननीय विधायक श्री चंदन राम दास, वृक्ष मित्र श्री किशन सिंह मलड़ा,श्रीमती दीपा उपाध्याय,नीरू पांडेय,कामाक्षी चौधरी,कल्पना कालाकोटी, प्रार्थना बिष्ट सहित आदि लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।