उत्तराखण्ड
मध्याह्न भोजन योजना में जातीय भेदभाव के आरोपों को अधिकारियों ने नकारा, मामले ने पकड़ा तूल
अल्मोड़ा। धौलादेवी के प्राइमरी स्कूल में मध्यान्ह भोजन खिलाने में जातीय भेदभाव को लेकर अधिकारियों ने इसे नकार दिया।खंड शिक्षा अधिकारी पुष्कर लाल टम्टा ने कहा है कि वह खुद स्कूल पहुंचे और मामले की जानकारी ली लेकिन इस तरह का कोई मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित वर्ग के बच्चों के साथ कोई भेदभाव नहीं हो रहा है।
बता दें कि थली के ग्रामीणों ने बच्चों से भेदभाव की शिकायत की थी। उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि शिकयत मिली है इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी। उधर दन्या के थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने भी मारपीट के आरोपों से भी इंकार कर दिया है। वहीं विद्यालय में भोजनमाता ने भी वीडियो में कही गई बातों को गलत करार दिया है। भोजनमाता का कहना है कि बच्चे खुद ही अलग बैठे हैं। उन्हें जानबूझकर नहीं बैठाया गया है।
इस पर युवक कहता है अगर ऐसा है तो इन्हें उसी पंगत में बैठाओ। इस पर भोजनमाता कहतीं हैं कि गांव वालों की जब मीटिंग होगी तब अपनी बात रखना। ये बच्चे खुद ही अलग बैठे हैं हमारा कोई दोष नहीं है।