उत्तराखण्ड
अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस पर विशेष-बेटी ही हमारी शान है
अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस हर साल सितंबर के चौथे रविवार को मनाया जाता है। इस बार भी चौथे रविवार को पड़ा। सबसे पहले11अकटूवर सन 2012 में संयुक्त राष्ट्र ने लड़कियों का महत्व समझते हुए लड़कियों को भी लड़कों की तरह समान अधिकार के अवसर के लिए पहल की और लड़कियों के लिए एक दिन सम्प्रति किया। आज के दिन भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकार व अन्य संस्थाओं के द्वारा बेटी दिवस मनाने की पहल की। बहुत से बेटियों को अपनी परिस्थितियों व अपने अधिकारों की जानकारी नहीं थी। इसलिए संस्थाओं व सरकार के द्वारा हर साल 24 सितबर को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया गया। तब से हर साल हमारे देश में 24 सितबर को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है।
समाज सेवी प्रताप सिंह नेगी ने बेटी ही हमारी शान है, बेटी ही गीता,कुरान है। बेटी ही मां बाप की जान है, बेटी ही परिवार की मुश्कान है। यह प्रस्तुति दी। आज हमारे देश में बहुत सी जगहों पर बेटी की भ्रूण हत्या का मामले दिन पर दिन सामने आया करते हैं। कुछ लोग बेटी रुढ़िवादी, कुरुतियों,व अंधविश्वास के चक्कर में बेटी की भ्रूण हत्या के लिए अग्रसर हो जाते हैं। जो बिल्कुल ग़लत है। नेगी ने बताया श्रृष्टि रचने वाली लड़की ही होती है। बेटी से ही मां बनती है बेटी से ही बहू, बेटी ही भाईयों के लिए रक्षाबंधन,भया दूज पर यादगार है। जिन परिवारों में जिन घरों में बेटी नहीं है उन घर परिवारों को पूछा जाये बेटी की अहमियत व महत्व क्या होता है।आज हर संस्थाओं के द्बारा व सरकार के द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ,पेड़ लगाओ जैसे अभियान चलाया है। प्रकृति के लिए जितनी जरूरत पेड़ों की है। उतनी ही जरुरत हमारे देश के लिए लड़कियों की भी है।