उत्तराखण्ड
भगत सिंह के जन्म दिन पर उनके विचारों को दृढ़ रहते हुए देश में आमूल परिवर्तन की लड़ाई को आगे बढ़ाने का लिया संकल्प
लालकुआं। शहीदेआजम भगत सिंह के जन्मदिन पर आज यहां भाकपा (माले) द्वारा भगत सिंह और साथियों के विचारों पर पार्टी कार्यालय में चर्चा का आयोजन किया गया।
भाकपा (माले) के राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, “आज देश में जिस तरह के हालात हैं उसमें भगत सिंह के विचारों की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। खासतौर पर भगत सिंह और साथियों के साम्राज्यवाद विरोधी- साम्प्रदायिकता विरोधी विचार आज जन जन तक पहुँचाने की जरूरत है। मौजूदा फासीवादी समय में भगत सिंह के विचार जबरदस्त उम्मीद की तरह हैं। व्यापक जनसमुदाय के बीच में भगत सिंह और साथियों के विचारों को पहुँचाना समय की मांग है।”
उन्होंने कहा कि, “आज का किसान आंदोलन नए कंपनी राज के खिलाफ नई आज़ादी की लड़ाई की इबारत लिख रहा है। भगत सिंह और साथियों ने पुराने कम्पनी राज के खिलाफ लड़कर शहादत दी और देश को आज़ादी दिलाने का काम किया। आज भगत सिंह के वैचारिक वारिस मोदी सरकार द्वारा लाये जा रहे नए कम्पनी राज के खिलाफ लड़ रहे हैं। यह एक नयी उम्मीद पैदा कर रहा है। भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिए यह संघर्ष रोशनी का काम करेगा और अम्बानी अडानी के कॉरपोरेट राज को नहीं चलने देगा।”
कार्यक्रम की शुरुआत भगत सिंह और साथियों के विभिन्न सवालों पर लिखे लेखों और विचारों पर चर्चा से हुई। भगत सिंह के प्रिय नारे इंकलाब जिंदाबाद, साम्राज्यवाद मुर्दाबाद को बुलंद किया गया। भगत सिंह और साथियों के विचारों पर दृढ़ रहते हुए देश में आमूल चूल परिवर्तन की लड़ाई को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता बहादुर सिंह जंगी, माले जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय, भुवन जोशी, विमला रौथाण, गोविंद जीना, नैन सिंह कोरंगा, पुष्कर सिंह दुबड़िया, किशन बघरी, कमल जोशी, गोपाल गड़िया, त्रिलोक सिंह दानू, हरीश भंडारी, आनंद सिंह दानू, निर्मला शाही आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पार्टी के बिन्दुखत्ता सचिव ललित मटियाली ने किया।
















