उत्तराखण्ड
गुटबाजी के सवाल पर निरुत्तर हो गए यशपाल, झांकने लगे बगलें
कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा से पहले आज रुद्रपुर बैठक में गुटबाजी को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी निरुत्तर नजर आए। पत्रकारों के सवाल का वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। आखिर में बस इतना बोले और कोई सवाल कर लीजिए, अगर पार्टी के वरिष्ठ जनों तक बैठक की सूचना नहीं पहुंची तो इसके लिए सीधे तौर पर जिला कमेटी जिम्मेदार है और उनसे इस संबंध में बात की जाएगी, साथ ही यह भी कहा कि बैठक छोड़कर गए पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने अनुशासनहीनता की है।
आपको बताते चलें कि कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा से पहले आज रुद्रपुर के सिटी क्लब में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने जिले भर के पार्टी पदाकारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में जिले भर के विधायको के साथ ही राष्ट्रीय सचिव रहे प्रकाश जोशी भी शामिल हुए थे। बैठक हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा के लिए थी लेकिन यहां कुछ और ही देखने को मिला।
पार्टी पदाधिकारियों में गुटबाजी के चलते महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा का बैठक से बायकाट कर दिया गया। वहीं पार्टी की प्रत्याशी रही पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा और यहां तक की बंगाली नेता और पीसीसी सदस्य परिमल राय तक का फोटो फ्लेक्स पर नहीं लगाया गया।इसके विपरीत वह नेता फ्लेक्स पर चस्पा नजर आए जो कभी कभार ही संगठन की मीटिंग में नजर आते हैं। इसको लेकर पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की नाराजगी साफ देखने को मिली। यह सभी बैठक छोड़कर चलते बने। उनकी इस नाराजगी को यशपाल आर्य ने भी देखा।
बैठक का माहौल देखकर जब पत्रकारों ने यशपाल आर्य से सवाल दागे तो वह यही कहते नजर आए कि अब और कोई भी सवाल कर लीजिए। उन्होंने कहा कि अगर वरिष्ठ जनों के फ्लेक्स पर फोटो नहीं है या उन्हें सूचना नहीं दी गई है तो यह जिला कमेटी की जिम्मेदारी है। इस संबंध में जिला कमेटी से बात की जाएगी, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बैठक छोड़कर जाना अनुशासनहीनता है। इधर, बैठक में हुई फजीहत को लेकर कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा, कार्यकारी महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा और पार्षद मोहन खेड़ा लोगों को साधते नजर आए।