उत्तराखण्ड
पूर्णागिरि क्षेत्र में फसे श्रद्धालुओं से जमकर की गई ओवर रेटिंग, श्रद्धालुओं ने किया खुलासा, इंसानियत हुई शर्मसार
रिपोर्ट – विनोद पाल
पूर्णागिरि । बीते मंगलवार की देर रात्रि पूर्णागिरि मार्ग में पड़ने वाले बरसाती नाले बाटना गाड़ में मलवा आने यातायात अवरुद्ध हो गया था जिसकी सुचना मिलने पर प्रशासन द्वारा बुधवार की सुबह से शाम तक हजारों श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया,वहीं मुसीबत की घड़ी में थके हारे भूखे प्यासे लोट रहे श्रद्धांलुओं के लिए स्थानीय प्रशासन देवदूत बनकर सामने आया, जहाँ एक तरफ प्रशासन द्वारा मलवे से पटा क्षेत्र बाटनागाड में श्रद्धालुओं को निःशुल्क पानी, भोजन, अन्य खाद्य सामग्री के साथ मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही थी वहीं दूसरी और पूर्णागिरि क्षेत्र से वापस लोटे रहे श्रद्धालुओ से मुनाफा खोरों द्वारा मज़बूरी का फायदा उठाकर जमकर ओवर रेटिंग की गई, हालांकि भारी उमस का सामना कर रहे भूखे,प्यासे, डिहाइड्रेशन से ग्रसित थके हारे यात्रियों को प्रशासन द्वारा राहत पहुंचाये जाने से यात्रियों ने राहत की सांस ली।
बता दें इस मुसीबत की घड़ी में भारी उमस का सामना करते हुए वापस लोट रहे यात्रियों से पूर्णागिरि क्षेत्र में कुछ मुनाफा खोर लोगों ने मज़बूरी का फायदा उठाते हुए धार्मिक स्थल पर इंसानियत को शर्मसार करने का काम किया जिसका खुलासा मुसीबतों का सामना कर वापस लोटे श्रद्धालुओं ने किया, श्रद्धांलुओं के मुताबिक पूर्णागिरि क्षेत्र में पानी की बोतल को अधिक दामों में बेचा गया, श्रद्धांलुओं ने बताया 20 रूपये की पानी की बोतल 50 रूपये से 100 रूपये तक बेची गई वहीं नमकीन बिस्किट और चिप्स जैसे अन्य खाद्य सामग्री को भी ओवर रेट में बेचा गया, बता दें मुसीबत की घड़ी में फंसे हुए श्रद्धालुओं की मदत करना तो दूर बल्कि मज़बूरी का फायदा उठाकर जमकर ओवर रेटिंग का मामला प्रकाश में आया है जिससे यात्रियों में रोष व्याप्त देखा गया, श्रद्धालू वापस अपने गंतव्य को जाते-जाते उन समाज सेवकों और समितियों को आईना दिखा गए जो दो केले देकर अक्सर फोटो खींचाते नजर आते है और धाम में श्रद्धालुओं से मोटा मुनाफा कमाते हैं वहीं प्रशासन की और से की गई निशुल्क व्यवस्थाओ की श्रद्धालुओं ने सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।

