उत्तराखण्ड
सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ लेने वाले लोग, इन बातों का जरूर रखें ध्यान, होंगे सत्यापन
उत्तराखंड में स्वास्थ्य संबंधी दोहरी योजनाओं का लाभ लेने वाले व्यक्तियों को चिन्हित करने के लिए आयुष्मान कार्ड का सत्यापन किया जाएगा।उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि कोई पात्र व्यक्ति ही आयुष्मान योजना का लाभ प्राप्त उठा सकें। जिस संबंध मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में अपात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के संबंध में आ रही शिकायतों की जानकारी ली।बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कई व्यक्तियों ने अन्य योजना के कार्ड के साथ ही आयुष्मान कार्ड भी बनाए हुए हैं। जिसमें राज्य कर्मचारी बीमा योजना के सबसे ज्यादा लोग है। नियमों के अनुसार कोई एक ही योजना का लाभ ले सकता है। इसलिए ऐसे व्यक्तियों का चिह्नीकरण किया जाएगा।बैठक में दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों के उत्तराखंड आकर आयुष्मान कार्ड बनाने की बात भी सामने आई। बताया गया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड अनिवार्य किया गया है। जो भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं, वे राशन कार्ड के आधार पर बनाए जाते हैं। ऐसे में यदि कोई गलत तरीके से राशन कार्ड बना रहा है, तो उसका भी आयुष्मान कार्ड बन रहा है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए कि इस प्रकार के प्रकरणों के लिए राशन कार्ड का भी सत्यापन अभियान चलाया जाए। उद्देश्य यह कि इस योजना का दुरुपयोग न हो और पात्र व्यक्तियों को ही इस योजना का लाभ मिल सके।