उत्तराखण्ड
अंकिता भंडारी केस में वकील बदलने की मांग को लेकर श्रीनगर में प्रदर्शन
श्रीनगर गढ़वाल। आज श्रीनगर के ऐतिहासिक गोला पार्क में जस्टिस फॉर अंकिता कमेटी द्वारा अंकिता भंडारी केस में सरकारी वकील को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया।
अंकिता भंडारी केस अब अलग मोड़ पर पहुंच गया है।
सरकार की ओर से केस को लड़ने के लिए सरकारी वकील को नियुक्त किया गया है, लेकिन अब अंकिता के परिजनों का उस पर से भरोसा उठ गया है जिसमें अंकिता भंडारी की मां सोनी देवी का कहना है कि सरकारी वकील हत्यारों के पक्ष में काम कर रहा है, जिससे हम अपनी बेटी को कभी न्याय नहीं दिला पाएंगे। साथ ही प्रदर्शन में एक और मांग भी रखी गई,।
जिसमें परिवार के एक सदस्य को सरकारी रोजगार देने की मांग की गई। प्रदर्शन में अनेक प्रदर्शनकारियों ने अपनी बात रखी जिसमें गढवाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की छात्रा प्रतिनिधि मोनिका चौहान ने सरकार पर सीधे शब्दों में आरोप लगाते हुए कहा कि, सरकार आरोपियों को राजनैतिक संरक्षण दे रही है।
तीलू रौतेली व गौरा देवी के राज्य में बेटियों पर अत्याचार हो रहा है और बेटियां भय के माहौल में रहने को विवश हैं। रीजनल रिपोर्टर पत्रिका की संपादक गंगा असनोडा थपलियाल ने इस केस में पक्ष तथा विपक्ष की उदासीनता की निंदा की और कहा कि अन्य संगठन जो साथ होने का दावा कर रहे हैं।
उन्हें किसी अन्य वकील को ये केस सौंप देना चाहिए। प्रदर्शन में गढ़वाल विश्वविद्यालय सहसचिव रंजना, ट्रेड यूनियन नेता पी.बी डोभाल, एस.यू.सी.आई. कम्युनिस्ट पार्टी के डॉ.मुकेश सेमवाल, रेशमा पंवार, संदीप कुमार, हिमानी, मयंक, भानु, तथा साथ ही महिला संगठन की ओर से विजेता सेमवाल, विनीता खंडूरी, रचना भट्ट , सुरजी उनियाल, सरस्वती नेगी आदि शामिल रहे।