उत्तराखण्ड
पुलिस ने बच्चे के अपहरण मामले का किया खुलासा, ढाई लाख में बेचने के लिए किया था अपहरण
हरिद्वार। यहां पर बच्चे के अपहरण मामले का खुलासा हो गया है। अनसुलझे दिखाई दे रहे मासूम अपहरण कांड की गुत्थी सुलझाने में स्थानीय पत्रकार ने भी अहम भूमिका निभाई। अपहृत आठ माह के बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है।
बच्चे के अपहरण संबंधी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार एसएसपी को जल्द से जल्द बच्चे का पता लगाये जाने के निर्देश दिये थे।
जानकारियों के आधार पर पुलिस को दो महिलाओं व उसके परिवार पर शक होने पर घटना स्थल पर डॉग स्क्वायड को बुलाकर बच्चे के कपड़े व अन्य सामान सुंघाकर उक्त खोजी कुत्ता भी उनके घर पर गया। जिससे पुलिस का शक और मजबूत हो गया।
सभी संदिग्ध लोगों के मोबाइल नम्बर से उनकी लोकेशन व सम्पर्क में आने वाले लोगों की जांच करने पर उनकी खोजबीन करना प्रारम्भ किया गया।रविवार संदिग्ध नम्बरों की लोकेशन भारत माता मन्दिर के पास पाये जाने पर तुरन्त सम्बन्धित टीमों द्वार क्षेत्र की घेराबन्दी की गयी।
पुलिस टीम द्वारा मौके से भेजी गयी बच्चे की फोटो अपहृत बच्चे से मिलान होने पर समस्त टीम कर्मियों द्वारा पकड़ी गयी महिलाओं रुबी पत्नी अमित निवासी ग्राम हरि आवास थाना गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी / किरायेदार सीतापुर थाना ज्वालापुर (आशाकार्यकर्ता मौहल्ला लोधामण्ड़ी ज्वालापुर) व आशा पत्नी मनोज निवासी मौहल्ला कडच्छ थाना ज्वालापुर (आंगनबाडी कार्यकर्ता) से पूछताछ की गयी।
पूछताछ के बाद अपहरण मामले में शामिल किरन, अनिता, सुषमा निवासीगण मोहल्ला कड़च्छ और कपड़ा कारोबारी संजय की पत्नी पारूल को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि किरन, सुषमा और अनिता ने मिलकर बच्चे का अपहरण किया था। उन्होंने बताया कि रविंद्र के घर के बराबर में रहने वाली किरन ही मौका पाकर सोते बच्चे को उठाकर लाई थी। उसने दूसरी गली में रहने वाली सुषमा को बच्चा सौंप दिया, सुषमा ने पड़ोस में रहने वाली अनीता को दिया। अनीता बच्चे को लेकर आशा कार्यकर्ता रूबी के हवाले किया।रूबी और आशा ने शनिवार को ही बहादराबाद क्षेत्र में जाकर कपड़ा व्यापारी संजय को बच्चा सौंप दिया।
संजय ने 50 हजार रुपये नकद दिए और दो लाख रुपये बाद में देने का वादा किया। इसके बाद संजय बच्चे को अपनी पत्नी के पास ले गया। बच्चा चोरी की सूचना फैलने के बाद संजय डर गया। उसने रविवार सुबह रूबी और आशा को फोन किया। भारत माता मंदिर के पास बुलाकर बच्चा उन्हें वापस कर दिया। इसी दौरान तीनों को पकड़ लिया गया और सारे मामले का खुलासा हो गया।
उन्होंने बताया कि 50 हजार रुपये भी बरामद कर लिये गए हैं। बरामदगीअपहृत शिवांग उम्र 08 माह नगदी 50000 हजार।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
1- संजय पुत्र स्व0 अशोक शर्मा निवासी श्यामपुर कांगड़ी उम्र 30 वर्ष
2- रुबी पत्नी अमित निवासी गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी सीतापुर उम्र 32(आशा कार्यकर्ती लोधामण्ड़ी)
3- किरन पुत्री सुरेन्द्र कुमार निवासी मौहल्ला कड़च्छ ज्वालापुर
4- अनिता पत्नी सोमप्रकाश निवासी मौहल्ला कडच्छ ज्वालापुर
5- सुषमा पत्नी विरेन्द्र निवासी मौहल्ला कडच्छ ज्वालापुर
6- आशा पत्नी मनोज निवासी ज्वालापुर