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उत्तराखण्ड

अगस्त में होने जा रहे आइसा के राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए तैयारियां तेज

नैनीताल। एलबीएस डिग्री कॉलेज, पीएनपीजी कॉलेज रामनगर व अन्य कॉलेजों के छात्र मौजूद रहे। छात्रों के विभिन्न मुद्दों व समस्याओं पर चर्चा की गई व जून में राज्य सम्मेलन करना तय हुआ।

इस दौरान नैनीताल जिलाध्यक्ष धीरज कुमार ने कहा की हर छात्र को देश की परिस्थितियों को समझना आज बहुत जरूरी बन गया है जिस तरह समाज में विभाजन पैदा करके सरकार अपनी मनमानी कर रही है देश के युवाओं को हिंदू–मुस्लिम में लड़ा कर शिक्षा, स्वास्थ्य , रोजगार के सवाल गायब किए जा रहे हैं। देश लगातार गरीबी और भूखमरी से जूझ रहा है एक तरफ आर्थिक मंदी का दौर है जिसके लिए सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है।

सरकार की नई शिक्षा नीति ने गरीब छात्र–छात्राओं को सीधे तौर पर शिक्षा से बाहर कर दिया है जिसका ताजा उदाहरण हम कुमाऊं यूनिवर्सिटी में हो रही मनमाने तरीके से फीस वृद्धि से लगा सकते हैं यूनिवर्सिटी ने प्रथम सेमेस्टर में B.A ,B.Sc व B.Com के छात्रों में 90–95% छात्रों की बैक लगा दी है और अब इन छात्रों से बैक फीस के नाम पर मोटी रकम वसूली करने का नया तरीका अपना लिया है।

गरीब छात्रों के पास कॉलेज आने जाने का किराया तक बहुत मुश्किल से मिल पाता है उसमे भी यूनिवर्सिटी छात्रों को जानबूझकर फेल करके उनसे पैसे कमाने का जरिया बनाना चाहती है। आइसा ने इस मुद्दे पर एलबीएस डिग्री कॉलेज हल्दुचौड में कल 16 तारीख को धरना देते हुए यूनिवर्सिटी को ज्ञापन दिया गया है अगर इस पर यूनिवर्सिटी ने कोई कार्यवाही नहीं की तो आइसा छात्रों की इस समस्या के लिए बड़ा आंदोलन करेगा।

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आइसा के रामनगर अध्यक्ष सुमित ने कहा कि सरकार की नीतियां लगातार छात्र विरोधी व महिला विरोधी दिख रही हैं कितने दिनों से महिला पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठी हैं और अपने न्याय के लिए लड़ रही हैं लेकिन मोदी जी और भाजपा सरकार सीधे सीधे अपने सांसद बृजभूषण को बचने में लगे हुए हैं।

मेडल जीतने पर मोदी जी तारीफे करते नही थकते थे और आज जब वही खिलाड़ी अपने लिए सड़क पर आंदोलन करने उतने हैं लेकिन फिर भी सरकार चुप्पी साध कर बैठी है और अपने सांसद को बचाने की लगातार कोशिश कर रही है। बैठक में मौजूद रहे भाकपा–माले के नैनीताल जिला सचिव डा. कैलाश पांडे ने उम्मीद जताई कि आइसा के मज़बूत होने से छात्रों युवाओं की आवाज़ बुलंद होगी।

आइसा के अगस्त में होने जा रहे राष्ट्रीय सम्मेलन पर चर्चा करते हुए उत्तराखंड राज्य सम्मेलन को जून में करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही जिले में 18 मई से 31 मई तक सघन सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। कुमाऊं यूनिवर्सिटी की मनमानी के खिलाफ हर कॉलेजों में अभियान चलाया जाएगा।

इस दौरान जिला उपाध्यक्ष संजना यादव, सचिव विकास सक्सेना , रितेश प्रजापति , दिव्या पनेरु, हेमा जोशी , नीरज सिंह , विशाल प्रजापति, सुहानी, सविता आदि मौजूद रहे।

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