उत्तराखण्ड
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जौरासी एक कक्ष सेवक के सहारे चलने को मज़बूर
रिपोर्ट – बलवन्त सिंह रावत
डॉक्टर भी मौजूद नहीं। क्या करेंगे मरीज।
रानीखेत। जहां एक ओर उत्तराखंड सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी बड़ी उपलब्धि हासिल करने की बात करती है। वही अल्मोड़ा जिले में चौखुटिया विकासखण्ड के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जौरासी की दशा को देखकर यह नहीं लगता है कि उत्तराखंड सरकार जनता के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने को लेकर गंभीर हैं।
बता दें कि जहां उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री हर मंच से उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बातें करते हुए दिखाई देते हैं। वही धरातल पर कुछ और ही देखने को मिल रहा है।
आपको बताते चलें कि जिस स्वास्थ्य केन्द्र में एकं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी आयु. विंग, फार्मेसिस्ट, आयुर्वेदिक फार्मेसिस्ट, कक्ष सेवक, स्वच्छुक/चौकीदार, फार्मेसिस्ट आयु. विंग. व महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्टाफ को होना चाहिए था। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जौरासी एक कक्ष सेवक के सहारे चलने को मज़बूर है।
इस बारे में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि एक डॉक्टर की तैनाती कर दी गई है। वही उन्होंने यह भी बताया कि एक महिला स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात हैं। जब हमारे संवाददाता ने स्वास्थ्य केन्द्र में देखा तो उन्हें कक्ष सेवक मनोज पंत के अलावा कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं मिला। वहीं कक्ष सेवक ने बताया कि यहां पर मैं ही मरीजों की मरहम पट्टी कर देता हूं।
कक्ष सेवक ने यह भी बताया कि यहां पर फार्मेसिस्ट न होने के कारण मैं ही मरीजों को दवाइयां भी दे देता हूं। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड सरकार स्वास्थ्य को लेकर कितनी जागरूक हैं।