उत्तराखण्ड
पहाड़ों पर बारिश बर्फबारी के आसार,शीत लहर बढ़ाएगी ठिठुरन.
उत्तराखंड में नवंबर महीने की शुरुआत मौसम के बदले मिज़ाज के साथ हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार आज से हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ सकती है। दो और तीन नवंबर को प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी और निचले इलाकों में बूंदाबांदी के आसार बन रहे हैं इसके साथ ही पारा गिरने से ठिठुरन बढ़ सकती है।
मौसम विभाग ने 4 नवंबर तक मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए वर्षा और हिमपात होने की संभावना जताई है मौसम विभाग का कहना है कि नवंबर माह की शुरुआत के साथ बरसात और हिमपात के बाद एक बार फिर ठंड अपने पूरे राज्य को आगोश में लेने को तैयार है इन सबके बीच मौसम विभाग ने उत्तरकाशी. चमोली. रुद्रप्रयाग .पिथौरागढ़. तथा बागेश्वर. जनपदों में कहीं-कहीं बहुत हल्की से हल्की वर्षा और बर्फबारी होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
मौसम विभाग का कहना है कि 31 अक्टूबर को रुद्रप्रयाग. चमोली. बागेश्वर. तथा पिथौरागढ़ जनपदों के साथ-साथ तीन नवंबर तथा 4 नवंबर को उत्तरकाशी. रुद्रप्रयाग. चमोली. बागेश्वर. तथा पिथौरागढ़. जनपदों के 4000 मीटर व उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थान में कहीं-कहीं वर्षा और बर्फबारी हो सकती है।मौसम विभाग ने चार नवंबर तक जारी मौसम पूर्वानुमान में अन्य जनपदों में मौसम शुष्क रहने की बात कही है मौसम विभाग का कहना है कि पर्वतीय क्षेत्र में हल्की तथा बहुत हल्की बरसात के साथ बर्फबारी होने के बाद राज्य में शीत लहर की संभावना उत्पन्न हो सकती है।
उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में चटख धूप खिल रही है। जिससे तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। हालांकि चोटियों पर पड़ी बर्फ पिघलने से सर्द हवाएं चल रही है । मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम है लेकिन अगले दो से तीन दिन में ताजा पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश में दस्तक दे सकता है।
इसके बाद उच्च हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी के आसार बन रहे हैं । उत्तराखंड के मैदानी जिलों में तापमान बढ़ने से गर्मी का एहसास होने लगा है। उत्तराखंड में पोस्ट मानसून में सूखा होने के कारण मैदानी क्षेत्र दिन के समय तप रहे हैं।
बच्चे और बुजुर्ग वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं। इनमें कई मरीजों को बुखार की शिकायत है तो कई गले में दर्द,सर दर्द, उल्टी दस्त, जोड़ों के दर्द और सूखी खांसी की शिकायतों पर अस्पताल पहुंच रहे हैं। दोपहर में धूप के बाद एकाएक तापमान घट- बढ़ रहा है जिससे बुजुर्गों और बच्चों की सेहत पर असर पड़ रहा है।