कुमाऊँ
पहाड़ों में हो रही बरसात, भाबर में जल प्रलय की आशंका
लालकुआं/ बिन्दुखत्ता। कुमाऊं के पहाड़ों इलाकों में हो रही बरसात से भाबर में हमेशा जल प्रलय की आशंका बनी रहती है। भारी बरसात से गोला नदी के रौद्र रूप मे आने का खामियाजा पिछले कई दशकों से भुगतना पड़ रहा है। बिन्दुखत्ता के गौला नदी के समीप रह रहे ग्रामीणों को इससे खतरा बनता आ रहा है।
विगत कुछ वर्षों में ही बिन्दुखत्ता ईलाके ग्रमीणों की कई एकड़ जमीन जहाँ गौला नदी मे समा चुकी है, वही आज भी शासन व प्रशासन द्वारा ऐसी कोई ठोस पहल न होने के कारण ग्रामीणों को बरसातों में अपनी जमीन, मकान और अपनों के खोने का डर आज भी सता रहा है। जिस कारण सक्षम ग्रामीण तो अपनी जमीनों को छोड़कर अन्य जगहों मे पलायन कर चुके है पर मजबूर व असहाय ग्रामीण सरकार द्वारा मदद का सपना देखने को मजबूर है।
इंद्रा नगर बिंदुखत्ता में गोला नदी के किनारे रह रहे परिवारों के लिए फिर से गोला नदी द्वारा कटान का खतरा मंडराने लगा है पिछले वर्ष भी बरसात के मौसम में गोला नदी के कटान से कई घर तबाह हो गए थे । इस वर्ष भी इसकी रोकथाम का कोई ठोस कदम नजर नही आ रहा है। शासन प्रशासन नदी के चक्कर लगाते तो दिख रहे हैं पर धरातल पर कुछ भी देखने को नही मिल रहा है। जिससे नदी किनारे रहने वाले परिवारों को डर सताने लगा है की उनके साथ कुछ अनहोनी घटना ना हो जाये। मौसम भी कई दिनों से करवट ले रहा है मानसून प्रदेश मे दस्तक दे चुका है ।अब देखना यह है कि शासन प्रसासन कब इन ग्रामीणों की पीड़ा को समझते है।
प्रेम सिंह दानू- बिंदुखत्ता