उत्तराखण्ड
सैकड़ों आशाएँ 31 को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय खटीमा करेंगी कूच
• मुख्यमंत्री आशाओं से मिलकर उनकी मांगों पर निर्णय की घोषणा करें : कमला कुंजवाल
हल्द्वानी। पिछले 29 दिनों से हड़ताल करते आ रहे आशा वर्कर्स ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर घोर उपेक्षा का आरोप लगाया है। आशाओं के मासिक वेतन और अन्य मांगों पर ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन ने 31 अगस्त को “मुख्यमंत्री के कैम्प कार्यालय, खटीमा कूच” का आह्वान किया है। सभी जगहों से सैकड़ों की संख्या में आशाएँ 31 अगस्त को “मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय खटीमा कूच” करेंगी।”
यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल द्वारा जारी बयान में कहा गया कि, “राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा मासिक वेतन समेत आशाओं की मांगों पर केवल आश्वासन देने और कोई भी स्पष्ट घोषणा नहीं करने के चलते ही आशा वर्करों को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय कूच का निर्णय लेना पड़ा। यदि अब भी सरकार कोई फैसला लेने को तैयार नहीं होती तो आंदोलन को आगे बढ़ाने के अलावा और विकल्प ही क्या है?” यूनियन अध्यक्ष ने कहा कि, “राज्य के मुख्यमंत्री खटीमा आ रही आशाओं से मिलकर उनकी समस्याओं के समाधान की घोषणा करें।”
महिला अस्पताल हल्द्वानी में आज हड़ताल के 29 वें दिन धरना स्थल पर कमला कुंजवाल, डॉ कैलाश पाण्डेय, रीना बाला, भगवती बिष्ट, सरोज रावत, राधा, कमला कंडारी, पुष्पा राजभर, सुनीता भट्ट, सायमा सिद्दीकी, पुष्पा जोशी, माया शाह, लता तिवारी, ममता आर्य, राजकुमारी, मालती देवी, नीमा आर्य, मीना केसरवानी, मंजू आर्य, सावित्री आर्य, राजेश्वरी जोशी, शांति शर्मा, मिथिलेश शर्मा, मीनू, गीता देवी, ललिता उप्रेती, बसंती बिष्ट, दया पाण्डे, रमा भट्ट, ज्योति रावत, हंसी फुलारा,तुलसी कुलोरा, बिमला तिवारी, कमलेश बोरा, सरस्वती, बबीता, पूनम देवी, कमला आर्य, दीपा आर्य, मीना शर्मा, पुष्पा आर्य, गीता बोरा, विमला शर्मा आदि आशाएँ सम्मिलित रहीं।