उत्तराखण्ड
कोरोना के बढ़ते मामलों को देख, चुनाव आयोग हुआ सख्त,22 जनवरी तक रैली, जनसभाओं पर लगाया प्रतिबंध
हल्द्वानी। प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते आ रहे हैं। ऐसे में कहीं चुनावी रंग में भंग की स्थिति पैदा न हो जाये यह भी चिंता का विषय है।
बावजूद इसके लोग बाज नहीं आ रहे हैं। कइयों ने तो मुहं में मास्क केवल दिखाने को टांगने की आदत बना ली है और कई ऐसे भी लोग हैं जो मास्क अब भी नहीं पहन रहे हैं। कुलमिलाकर उत्तराखंड में कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रोंन की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है।ऐसे में चुनाव आयोग ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दिया है।
शनिवार को जहां पूरे देश में कोरोना संक्रमण के नए मामले आए हैं, वहीं उत्तराखंड में भी कोरोना के लगभग 4 हजार नये मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता आ रहा है। कोरोना संक्रमण के बीच विधानसभा चुनाव भी सम्पन्न होने हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों के लिए यह चुनाव बड़ी चुनौती के रूप में दिखाई देने लगा है। चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाते हुए 22 जनवरी तक किसी भी प्रकार की रैली, नुक्कड़ सभाएं आदि प्रकार की जनसभाओं को लेकर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। बता दे बढ़ते कोरोना की रफ्तार को देख हालात पहले से भी खतरनाक साबित हो सकते हैं, हर गली मोहल्लों में कोविड के नए-नए मामले बढ़ने लगे हैं। कोरोना, ओमीक्रोन के साए में यह चुनाव कैसे संपन्न होगा यह भी नेताओं के लिये बड़ी चुनौती है। कुलमिलाकर ऐसा लगता है, कोविड के बढ़ते हालातों को देखते हुये चुनाव आयोग आगे और सख्ती बरत सकता है।