उत्तराखण्ड
सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कर्मचारी संगठन का कार्य वहिष्कार जारी
पर्वत प्रेरणा ब्यूरो
हल्द्वानी। सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कर्मचारी संगठन ने मांगे पूर्ण होने पर ही कार्य में लौटने का फैसला लिया है। कर्मचारियों ने आज तीसरे दिन भी पूर्ण कार्य वहिष्कार किया।
सैनिक कल्याण कर्मचारियों ने सरकार के सामने विभिन्न मांगें रखी हैं। जिनमें सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास विभाग उत्तराखंड में भारत सरकार रक्षा मंत्रालय केंद्रीय सैनिक बोर्ड नई दिल्ली की गाइडलाइंस के अनुसार सैनिक कल्याण विभाग में सैनिक अधिकारी की तरह कर्मचारियों को भी नियुक्ति एवं अन्य लाभ प्रदान करने, उत्तराखंड सरकार की नियमितीकरण नियमवाली 2013 के तहत नियमितीकरण किये जाने तथा सातवां वेतन वेतनमान वर्ष 2016 से जिस तरह अधिकारियों को दिया गया है उसी प्रकार पूर्व सैनिक कर्मचारियों को भी दिया जाने की मांग रखी है।
इसके साथ ही कहा है कि उत्तराखंड सैनिक कल्याण विभाग 13 जिलों में एवं निदेशालय सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास में 204 संविदा कर्मचारी पद के सापेक्ष नियुक्त हैं एवं वर्ष 2005 से पद पर कार्य कर रहे हैं जिनकी स्वीकृति महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा दी गई है। वाबजूद इसके उत्तराखंड सैनिक कल्याण विभाग में मात्र 13 कर्मचारी नियमित है जो कि सभी प्रशासनिक अधिकारी एवं मुख्य सहायक हैं।
कहा है कि इन पूर्व सैनिक कर्मचारियों को उत्तराखंड सरकार द्वारा पांचवा वेतनमान एवं छठा वेतनमान वर्तमान में दिया जा रहा है परंतु सातवां वेतनमान नहीं दिया जा रहा है जो कि गलत है।
कर्मचारियों का कहना है कि वेतन और भत्ते का 75% भारत सरकार रक्षा मंत्रालय केंद्रीय सेनिक बोर्ड दिल्ली द्वारा दिया जाता है मात्र 25 प्रतिषत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
कर्मचारियों को पूर्व वर्षों में जो बोनस दिया जाता है वह भी 2 वर्षों से बंद कर दिया गया है। सभी पूर्व सैनिक रात दिन कोराना के दौर में भी अपनी सेवाएं सिविल प्रशासन को दे रहे थे। इन पूर्व सैनिक कर्मचारियों द्वारा वित्तीय प्रशासनिक छात्रवृत्ति एवं सभी प्रकार के कार्य पूर्व सैनिकों एवं सेवारत सैनिकों युद्धवीर नारियां युद्ध अपंग सैनिकों आर्मी नेवी एयर फोर्स के सेवारत एवं सेवानिवृत्त सैनिकों के संपूर्ण कार्य इंन पूर्व सैनिक कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। फिर भी इन कर्मचारियों की कोई सुध नहीं ली जा रही है जो बड़ा खेद का विषय है सैनिक कर्मचारी संगठन द्वारा कई बार माननीय विधायक माननीय मंत्रियों महोदय के माध्यम से पत्राचार किया गया लेकिन आज तक कोई प्रगति नहीं हुई जो कि पूर्व सैनिकों के साथ अन्याय है।
कार्य वहिष्कार में सुरेंद्र सिंह रौतेला कैलाश भट्ट, जगत सिंह बोरा,ललित सिंह, भगवत सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह बोरा और कई अन्य पूर्व सैनिक खड़क सिंह , प्रेम सिंह, हरिराम सहित कई पूर्व सैनिक ने सैनिक कल्याण कर्मचारी शामिल हुए।