उत्तराखण्ड
गौलापार नैब स्कूल में यौनशोषण घटना को लेकर आहत में हैं : एडवोकेट बसंती बिष्ट
हल्द्वानी। मुझे आज बहुत दुःख है गोलापार नैब ब्लाइंड स्कूल की घटना सुनकर । मैं प्रत्येक वर्ष दशहरा, दिवाली व इस वर्ष रक्षाबंधन पर बच्चों से मिलने व उन्हें उनकी मनपसंद की चीजें लेकर जाती रही हूँ। मैं बच्चों के साथ काफी देर तक वहाँ पर रहती थी परन्तु इस बात का दुःख है उन्होंने कभी मुझसे अपने साथ हुए घटना के बारे में नहीं बताया। मुझे पूरी रात नींद नहीं आई क्योंकि मैं इन बच्चों की मां जैसी थी वे बच्चे भी मुझे बहुत प्यार करते थे नाम से मुझे जानते थे लड़किया तो कहती थी बसन्ती दीदी अपना फोन नंबर दे दो तथा मुझसे मोमो, पिज्जा , चाउमीन डिमाण्ड करते थे।
मुझे इस घटना ने झजोर दिया है मेरी न्यायालय से यही गुजारिश है कि ऐसे घिनौने कृत्य करने वाले व्यक्ति को बक्सा न जाए तथा सभी अधिवक्ताओं से हाथ जोड़कर विनती है की इस घिनौने कृत्य करने वाले व्यक्ति की जमानत न लगे, कोई भी इसकी पैरवी ना करें। इसने लाचार बच्चों के साथ जो कृत्य किया है वह माफी के लायक नहीं है इस व्यक्ति ने इन बच्चों की आड़ मे सभी संस्थाओं व व्यक्तियों से अच्छा खासा पैसा कमाया है तथा किसी को पता भी नहीं था कि यह व्यक्ति इन लाचार बच्चो के साथ यह सब कृत्य करता है इसे किसी भी सूरत मैं माफी नहीं मिलनी चाहिए ।
मेरे व उन बच्चों का मां बच्चों जैसा प्रेम है यह सोच सोच कर मेरा हृदय बहुत रो रहा है तथा अपने आप से सवाल कर रहा है कि इन्होने मुझे क्यों नहीं बताया। मेरी सारी जनता से हाथ जोड़कर विनती है की इसे पार्टी की सेज का मामला न बनाया जाए बल्कि सब एक जुट होकर इसके खिलाफ लड़ाई लड़े ।