उत्तराखण्ड
नैनीताल की मासूम से दरिंदगी पर फूटा संतों का गुस्सा स्वामी सच्चिदानंद बोले अब मंदिरों में नहीं सड़कों पर होगी धर्म की रक्षा
नैनीताल । 12 साल की बच्ची के साथ जो हुआ उसने पूरे शहर को झकझोर दिया है. आरोपी उस्मान को पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया है. लेकिन लोगों का गुस्सा अब भी कम नहीं हो रहा है. शुक्रवार को हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य डॉ स्वामी सच्चिदानंद नैनीताल पहुंचे. उन्होंने इस पूरी घटना का विरोध किया और बच्ची को इंसाफ दिलाने की बात कही.
स्वामी सच्चिदानंद कश्मीर से सीधे नैनीताल आए हैं. उन्होंने कहा कि अब संत समाज सिर्फ मंदिरों में नहीं बैठेगा. अब सड़क पर उतर कर आवाज उठाएगा. उनका कहना था कि जब मासूम बच्चियों पर ऐसे जुल्म हो रहे हैं तो चुप बैठना पाप होगा.
बताया जा रहा है कि वो कुछ खास धार्मिक स्थलों की ओर जाना चाहते थे. पुलिस ने जब उन्हें रोका तो वहां मौजूद लोगों में गहमागहमी हो गई. इसी दौरान धक्का मुक्की हुई. और स्वामी सच्चिदानंद सड़क पर गिर गए. उनके साथ आए समर्थकों ने पुलिस से नाराजगी जताई. कुछ देर तक सड़क पर ही बैठकर विरोध किया गया.
स्वामी सच्चिदानंद ने कहा कि अब भारत को साफ करने का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि पहले इन्होंने कश्मीर को नुकसान पहुंचाया. अब उत्तराखंड को निशाना बनाया जा रहा है. लेकिन अब ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अब जो होगा वो सड़कों पर होगा. संत समाज अब शांत नहीं बैठेगा.
उन्होंने कहा कि जिस बच्ची के साथ ये घटना हुई उसके भरण पोषण और पढ़ाई की जिम्मेदारी संत समाज उठाएगा. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने हमें मर्यादा में रहना सिखाया है. अब हमें इन लोगों को मर्यादा सिखानी होगी. अब भारत जागेगा और धर्म की रक्षा के लिए एक नई शुरुआत होगी.
पिछले कुछ दिनों से नैनीताल में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. पुलिस ने माहौल को संभालने के लिए भारी फोर्स तैनात कर रखी है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी देहरादून में उच्चस्तरीय बैठक की है. पुलिस लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है.
















