उत्तराखण्ड
प्रशासन ने नहीं ली ग्रामीणों के धरने की सुध, आरोपी पर धमकाने का आरोप
हल्द्वानी। बीते तीन दिन से एक व्यक्ति पर ग्रामीणों का उत्पीड़न कर उनकी भूमि पर कब्जा करने के आरोपी के खिलाफ बुद्ध पार्क में धरने पर बैठे ग्रामीणों की प्रशासन ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है। दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी द्वारा उन्हें धमकियां दिए जाने का सिलसिला जारी है।
गौरतलब है कि नैनीताल विकासखंड के सूर्यागांव के ग्रामीण कालाढूंगी के पूर्व बसपा प्रत्याशी सुंदर लाल आर्य द्वारा अपने उत्पीड़न और जमीनों पर जबरन कब्जा किए जाने पर कार्यवाही की मांग को लेकर बीते तीन दिन से बुद्ध पार्क में धरना दे रहे हैं। लेकिन मंगलवार से चल रहे ग्रामीणों के इस धरने की प्रशासन ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है। आरोपी के खिलाफ कार्यवाही न किए जाने से नाराज ग्रामीणों ने आरोप दोहराते हुए कहा कि वह आरोपी के खिलाफ अपनी शिकायत मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित प्रशासन के अन्य अधिकारियों तक पहुंचा चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे दबंगों के बढ़ते हौसले के चलते ग्रामीण उनके आतंक से त्रस्त हैं। इतना ही नहीं पुलिस उल्टे प्रभावशाली दबंग के दवाब में ग्रामीणों को डरा धमकाकर दबंग व्यक्ति से राजीनामा करने का दवाब बना रही है।
पीड़ित ग्रामीणों की आवाज को दबाने के लिए उनके खिलाफ शांति भंग की कार्यवाही की जा रही है। तीन दिन से धरने पर बैठे ग्रामीणों की आवाज को भी प्रशासन नहीं सुन रहा है। जबकि आरोपी की ओर से धरना दिए जाने पर उन्हें लगातार धमकी दी जा रही हैं। ग्रामीणों ने आरोपी के कब्जे से ग्रामीणों की भूमि मुक्त कराकर वास्तविक हकदार को उसकी भूमि दिलाए जाने और आरोपी दबंग के खिलाफ गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग दोहराते हुए चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह मजबूर होकर भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान धरने पर भीम फोर्स के राजेश राज अंबेडकर, गजेंद्रपाल सिंह, भीम राम, सोनी आर्य, गोविंद राम, जितेंद्र आर्य, किशोरी लाल, अजय आर्य, संगीता, जया देवी सहित कई लोग मौजूद रहे।