कुमाऊँ
सिने अभिनेता के नाम की गई घोषणाओं को क्रियान्वयन का इंतजार
नैनीताल। दायरा फिल्म में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए फ्रांस में आयोजित फिल्म समारोह में पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय कलाकार स्व. निर्मल पांडे कम समय में अपने पीछे ज्यादा दिन जीवित रहने वाली निशानी छोड़ गये। अपने शानदार अभिनय के चलते उन्हें लंबे समय याद किया जाता रहेगा। लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि 12 साल पूर्व इस दुनिया को अलविदा कहने वाले इस अभिनेता के नाम पर की गई घोषणाएं क्रिवान्वयन न होने के चलते फाईलों की धूल फांक रही हैं।
उत्तराखंड के बड़ा बाजार मल्लीताल नैनीताल के निवासी, ख्याति प्राप्त फिल्मी सितारे स्वर्गीय निर्मल पांडे का 18 फरवरी 2010 को मात्र 48 वर्ष की उम्र में स्वर्गवास हो गया था। सन 1994 में शेखर कपूर द्वारा निर्मित फिल्म बैंडिट क्वीन में महिला दसयू फूलन देवी के प्रेमी विक्रम मल्लाह का उल्लेखनीय अभिनय करते हुए फिल्मी दुनिया में चर्चा में आए निर्मल पांडे किसी परिचय के मोहताज नहीं थे। ट्रेन टू पाकिस्तान, हम तुम पर मरते हैं, दायरा, इस रात की सुबह नहीं, हद कर दी आपने, औजार, प्यार किया तो डरना क्या, गॉड मदर, लाहौर, आंच, बैंडिट क्वीन सहित अपने मात्र 20 वर्षों के फिल्मी कैरियर में 30 से अधिक फिल्मों एवं सैकड़ों टीवी सीरियल में अपने अद्वितीय अभिनय की छाप छोड़ने वाले निर्मल पांडे का आज से 12 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो गया था।
उस दौरान उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने स्वयं मुंबई के श्मशान घाट में जाकर निर्मल पांडे को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। साथ ही उन्होंने ख्याति प्राप्त स्वर्गीय पांडे के सम्मान में नैनीताल में ऑडिटोरियम व बड़ा बाजार के नाम के साथ निर्मल पांडे का नाम जोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन अफसोस का विषय है निर्मल पांडे के स्वर्गवास को लगभग 12 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार की घोषणाओं पर कोई भी अमलीजामा नहीं पहनाया गया। उनकी 12वीं पुण्यतिथि पर निर्मल पांडे के सहपाठी व रंगमंच के साथी बड़ा बाजार नैनीताल निवासी डॉ प्रमोद अग्रवाल गोल्डी ने उत्तराखंड सरकार के साथ ही जिला प्रशासन से मल्लीताल बड़ा बाजार के नाम के साथ निर्मल पांडे बड़ा बाजार नाम जोड़ने का अनुरोध किया है। जिससे न केवल भारत वरन् पूरी दुनिया में अपने फिल्मी कैरियर में, बिना किसी गॉडफादर के अपना कैरियर बनाने वाले का नाम पूरे भारत और विश्व पर सुशोभित करने वाले अभिनय सम्राट, हमारे सहपाठी निर्मल पांडे की यादें अमित रह सकें। डॉ गोल्डी ने बताया कि उन्होंने सिने अभिनेता निर्मल पांडे के साथ कथा एक कंस की, युद्ध मन,एक था बादशाह आदि नाटकों में अभिनय किया। गोल्डी की मानें तो निर्मल पांडे जब रंगमंच में उतरते थे तो पूरे मनोयोग से अपने अभिनय को प्रस्तुत करते थे।
यही कारण है कि आज भी रंगमंच से जुड़े लोग उनकी प्रतिभा को आदर्श के रूप में देखते हुए। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से निर्मल पांडे के नाम पर की गई घोषणाओं पर अमल करने की अपील की है। कहा है कि यही सच्चे अर्थों में ख्याति प्राप्त फिल्मी सितारे स्वर्गीय निर्मल पांडे के प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।