उत्तराखण्ड
बड़ी खबर- उत्तराखंड- हेमकुंड साहिब आस्था पथ से बर्फ हटाएगी सेना,इस दिन शुरू होगी यात्रा
देहरादून। विश्व प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब यात्रा प्रारंभ होने से पहले तैयारियां सरकार ने प्रारंभ कर दी है इसी कड़ी में हेमकुंड साहिब यात्रा में जमे बर्फ को हटाने के उद्देश्य भारतीय सेना के जवान एक बार फिर इसकी तैयारी मे जुट गए हैं।
बिग्रेड कमांडेंट ब्रिगेडियर अमन आनंद .ऑफिसर कमांडर कर्नल अनिल यादव. 418 इंडिपेंडेंट इंजीनियर कोर्पोरेट की देखरेख में कैप्टन मानिक शर्मा सूबेदार मेजर नेक चंद एवं हवलदार हर सेवक सिंह पैदल यात्रा मार्ग में बर्फ की स्थिति जानने के लिए श्री हेमकुंड साहिब गए हैं।
गौरतलब है कि श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा इस वर्ष 20 मई 2023 से आरंभ होने जा रही है। प्रतिवर्ष यात्रा मार्ग से बर्फ हटाकर मार्ग बनाने का कार्य भारतीय सेना के जवान ही करते हैं। ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर अमन आनंद, ऑफिसर कमांडर कर्नल सुनील यादव (418 इंडीपेन्डेन्ट इंजीनियर कॉर्प0) की देखरेख में कैप्टन मानिक शर्मा, सूबेदार मेजर नेकचंद एवं हवलदार हरसेवक सिंह पैदल यात्रा मार्ग एवं बर्फ की स्थिति जानने के लिये श्री हेमकुंड साहिब गए।
बताया जा रहा हेमकुंड साहिब से पहले अटलाकोटी ग्लेशियर है जहां पर 10 फुट के करीब बर्फ जमी है। पावन स्थल श्री हेमकुण्ट साहिब में भी 8 से 12 फुट तक बर्फ है। सरोवर भी पूरी तरह से बर्फ से ढका है।मौसम की परिस्थिति को देखते हुए भारतीय सेना के जवानों ने पूर्ण रूप से आश्वासन दिया है कि 20 अप्रैल से बर्फ कटान व मार्ग बनाने का कार्य सेना द्वारा प्रारंभ कर दिया जाएगा।
20 मई 2023 से शुरू होने वाली यात्रा में किसी भी प्रकार व्यवधान व विघ्न नहीं आएगा एवं श्रृद्धालु सुखद ढंग से निर्विघ्न यात्रा करके गुरूघर का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे।गोविंद घाट गुरुद्वारा के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने भी घांघरिया जाकर ट्रस्ट गुरुद्वारे का निरिक्षण किया। दिनांक 15 अप्रैल से ट्रस्ट के सेवादार एवं अन्य कारीगर इत्यादि यात्रा की तैयारी हेतु घांघरिया गुरूद्वारे के लिये प्रस्थान कर देगें ताकि समय से पूर्व सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएं एवं भारतीय सेना के ठहरने व लंगर की व्यवस्था की जा सके।
इसके अलावा पी. डबल्यू. डी. विभाग के अंतर्गत 70 मजदूर पुलना से घांघरिया तक कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी श्री हिमांशु खुराना हो रहे सरकारी कार्यों पर पूर्ण रूप से नजर बनाए हुए हैं एवं समय-समय पर दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं