उत्तराखण्ड
मामला एसटीएच का, अपनी बारी का इंतजार करते कारोबारी की बैठे बैठे थम गई सांसें
सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में बाहर बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे कारोबारी की सांसें बैठे-बैठे ही थम गईं। यदि समय से बीमार व्यक्ति की सुध ली गई होती तो शायद उनकी जान बच जाती।बताया गया है कि मौत की वजह हार्टअटैक है। पहचान नहीं होने पर पुलिस ने शव मोर्चरी रखवा दिया। रात में परिजनों ने मृतक की पहचान की। मंगलवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया।पुलिस के मुताबिक आवास विकास निवासी गुरदीप गुलाटी (57) की तिकोनिया पर टायर की दुकान है। सोमवार को अचानक उनका स्वास्थ्य बिगड़ा तो वह पहले निजी चिकित्सक से दवा ले कर आए। आराम नहीं मिलने पर अकेले ही एसटीएच पहुंच गए।
यहां ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वहां बैठे-बैठे अचानक उनकी सांसें थम गईं। जांच में मौत की पुष्टि होने पर डॉक्टरों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची मेडिकल चौकी पुलिस ने व्यापारी का शव मोर्चरी भिजवा दिया लेकिन पहचान न होने की वजह से पोस्टमार्टम नहीं हो सका। देर शाम तक पुलिस ने शिनाख्त कर परिजनों को अनहोनी की सूचना दी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। कारोबारी के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। घटना से परिजनों में मातम है।