कुमाऊँ
डीआईजी ने दिए आदेश, बारात निकालने से पहले लेनी होगी अनुमति
हल्द्वानी। शादियों का सीजन शुरू होने के साथ ही जहां दूल्हा और दुल्हन पक्ष के सभी लोग खुशियां मनाते हैं वहीं दूसरी ओर आम जनता को भी अकसर ट्रैफिक जाम की समस्या झेलनी पड़ती है। इसी समस्या से निजात पाने के लिए कुमाऊं डीआईजी के द्वारा आदेश जारी किया गया है कि अब पुलिस से परमिशन लेने के बाद ही बरात जाया करेगी।
जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले में कुल 113 बरात घर हैं, जहां शादी के आयोजन होते हैं। शादी का सीजन शुरू होते ही जाम की समस्या बढ़ने की संभावना है। ऐसे में अब डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने शहर को जाम मुक्त करने के लिए आदेश जारी किया है। जिसके मुताबिक शहरी क्षेत्र में बरात लेकर जाने से पहले अब पुलिस की अनुमति लेनी होगी।पुलिस का मानना है कि एक ही रूट पर कई सारी बरातें होने की वजह से दिक्कतें होती हैं।
गौरतलब है कि हल्द्वानी में तो रविवार को ही जाम देखने को मिला। बरात का सीजन शुरू होते ही हल्द्वानी में ये समस्या उजागर हो जाती है। हो ना हो, बरात घरों में पार्किंग की व्यवस्था ना होना, बरात घरों का नेशनल हाईवे से सटा होना, एक रूट पर अधिक बरात, बरातियों का सड़क पर नाचना और शहर के चौराहों पर पुलिस की गैर मौजूदगी के कारण ही ये समस्या पैदा होती है। उम्मीद है कि अब पुलिस के फैसले से कुछ राहत मिलेगी।अब दूल्हे पक्ष के लोगों को नजदीकी थाने में जाकर सूचना देनी होगी। डीआइजी ने सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में निकलने वाली हर बरात पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। उन्होंने आदेश में कहा कि दूल्हे पक्ष द्वारा अनुमति लेने के बाद पुलिस चौराहे व बरातस्थल के आसपास व्यवस्था करेगी।
दुल्हन पक्ष के लोगों के लिए भी डीआईजी ने निर्देश दिए हैं। डीआईजी भरणे के मुताबिक दूर से आने वाली बरातों के लिए भी दुल्हन पक्ष के लोग पहले सूचना देंगे। ताकि जरूरत पड़ने पर पुलिस खुद बरात ले जाने वाले रूट को तय करे। बता दें कि अगर बगैर सूचना बरात ले जाने पर शहर में जाम लगा तो डीआईजी ने पुलिस को वर-वधू दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। हालांकि अनुमति का यह आदेश केवल शहरी क्षेत्रों में ही लागू रहेगा।