उत्तराखण्ड
जिला पंचायत सदस्य ने की दरमा,व्यास व मुनस्यारी के जोहार, रालम घाटी को बने मोटर मार्ग तथा पैदल मार्गों को दुरस्त करने की मांग
पिथौरागढ़। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जिलाधिकारी डां आशीष चौहान को पत्र लिखकर धारचूला तहसील के दारमा घाटी तथा व्यास तथा मुनस्यारी के जोहार, रालम घाटी के लिए बने मोटर मार्ग तथा पैदल मार्गों को दुरस्त करने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने की मांग की। कहां कि जिम्मेदार विभागों की पंचायत प्रतिनिधियों के साथ साथ बैठक भी आयोजित की जाय।
धारचूला तहसील के व्यास तथा दारमा मुनस्यारी तहसील के जोहार तथा रालम घाटी में माइग्रेशन के लिए जाने वाले जनजाति के परिवारों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। अप्रैल मैं मौसम देखते हुए इन परिवारों का गर्म घाटियों से ऊंचे हिमालय क्षेत्र में बसे माइग्रेशन गांव के लिए आवागमन की शुरू हो जाता है। अभी तक प्रशासन ने इन परिवारों को सुरक्षित मैं गांव में पहुंचाने के लिए कोई तैयारियां नहीं की है। इस बात से नाराज जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज जिला अधिकारी को पत्र लिखकर इन परिवारों की व्यथा बताई है।
उन्होंने कहा कि धारचूला के व्यास तथा दारमा घाटी के लिए मोटर मार्गो का दुरस्त किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दारमा घाटी के लिए बने मोटर मार्ग को तवाघाट से लेकर ढाकर तक यातायात के लिए सुगम तथा सुरक्षित बनाने के लिए सीमा सड़क संगठन को धरातल पर कार्य करना होगा। मर्तोलिया ने कहा कि मिलम तथा रालम के लिए बने पैदल मार्गों को माय मवेशी जाने के लिए सुगम बनाया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए सीमा सड़क संगठन तथा लोक निर्माण विभाग को जबादेह बनाने के लिए हम सामूहिक आंदोलन भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रशासन तत्काल होली के बाद इन मोटर मार्ग तथा पैदल मार्गों के लिए जिम्मेदार विभागों के साथ त्रिस्तरीय पंचायत के प्रतिनिधियों की बैठक करा कर एक समय सीमा के भीतर इन मार्गों को खोलने का मास्टर प्लान बना कर धरातल पर कार्य करें। अगर प्रशासन इन मामलों में लीपापोती करती है तो उन्हें विभाग तथा सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई जा रही है ताकि आगे की बनाई जा सके।