उत्तराखण्ड
विकासनगर में बारिश का कहर, रात में सो रहा था परिवार, तभी आया सैलाब और भरभराकर गिर गया मकान
देहरादून के विकासनगर में मंगलवार को बारिश ने जमकर कहर बरपाया। विकासनगर के ग्राम कुंजा में देर रात बारिश के कारण एक मकान भरभराकर गिर गया। जिस वक्त घटना हुई परिवार घर के अंदर ही सो रहा था। मकान गिरता देख वहां चीख पुकार मच गई। गनीमत रही कि इस दौरान हादसे में परिवार बाल-बाल बच गया
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की तड़के करीब साढ़े चार बजे अकबर पुत्र असगर निवासी ग्राम कुंजा ग्रांट अपनी पत्नी आश्मीन व 10 वर्षीय पुत्र समद के साथ घर के भीतर सो रहे थे। तभी गांव के बीच से होकर जाने वाली आसन नदी के पास एक बरसाती नाले के बहाव का रुख उनके घर की तरफ मुड़ गया। सैलाब ने कुछ ही मिनटों में पानी ने पूरे घर को तहस-नहस कर दिया। घटना से घबराए परिजन उठ कर बाहर भागे। संयोग रहा कि मकान गिरने से पहले ही सभी सदस्य घर के बाहर आ गए थे।वहीं, नाले के पानी से कुंजा ग्रांट में कई घरों को नुकसान पहुंचा है। कई घरों में पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि गांव में चार कच्चे मकान में से दो गिर गए तो दो घरों में पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है।
उत्तराखण्ड में मानसून के आने के साथ ही बारिश लगातार जारी है। यह बारिश आफत का सबब लेकर आई है,जहां प्रदेश भर में 11 राजकीय राजमार्ग और 115 सड़के बंद चल रही है। रविवार को कुल 119 मशीनें सड़क को खोलने के लिए लगाई गई थी। राजकीय राजमार्गों में 9, मुख्य जिला मार्गों में 12, अन्य जिला मार्गों में5, ग्रामीण सड़कों में 51 और पीएमजीएसवाई की सड़कों को खोलने के लिए 47 मशीनों काम पर लगाई गई। जानकारी के अनुसार अब तक की बारिश में सड़कों को खोलने के लिए ही 1259.48 लाख रुपये खर्च किए गए। अनुमान है कि पूर्ववत स्थिति में लाने के लिए 1374.68 लाख रुपये खर्च होंगे। इस बार के मानसून के सीजन में अभी तक 883 सड़कें बंद हुईं हैं, इनमें से 757 सड़कों को खोल दिया गया।
लगातार बारिश के कारण चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई है। अब मौसम विज्ञान विभाग ने 6 जुलाई तक बारिश को लेकर येलो अलर्ट भी जारी कर दिया है। मौसम विभाग के अलर्ट के चलते राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के आला अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।