उत्तराखण्ड
धरने में बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत, कहा तीन कानूनों के विरोध में खड़ा है पूरा देश
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धरने में बैठने से पहले सोशल मीडिया के जरिए भी भाजपा पर वार किया। उन्होंने कहा है कि लखीमपुर खीरी में तीन किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाना, फिर उन पर गोली चलाना, लोगों को कुचल कर मार देना एक गंभीर विभत्स और चिंताजनक घटना है, और यह कुचलने वाला व्यक्ति और कोई नहीं है भारत सरकार के मंत्री का बेटा है, जिसे सत्ता का अहंकार। उन्होंने कहा है तीन कानूनों के विरोध में सारा देश खड़ा, मगर कानून वापस नहीं लेंगे।
किसान कह रहे हैं हम बर्बाद हो जाएंगे। हरीश रावत ने आगे लिखा है कि ऐसा ही रहा तो खेती और किसानी सहित हमारे परिवार सब बर्बाद हो जाएंगे, मगर सत्ता कहती है कि नहीं इसी में तुम्हारी भलाई है और अब किसान आवाज उठा रहे हैं तो उनके ऊपर सत्ता अपनी गाड़ीयां चढ़ाकर उन को कुचल रही है, पहले कानून से किसानों को कुचला और अब किसान संघर्ष के लिए खड़ा है तो उसकी आवाज को पुलिस बल पर कुचलना चाहते हैं। यदि पुलिस के बल पर नहीं कुचल सके तो गाड़ियों व ट्रकों से जो भी साधन मिले उनसे कुचल दो, मगर एक बात याद रखना भारत का किसान आत्मबल का धनी किसान है वह प्राण देगा मगर झुकेगा नहीं, और हम सारा प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़े हैं हरीश रावत आज यहां एक घंटे तक मौन व्रत रखकर उपवास पर बैठे। उन्होंने कहा कि मैं दिवंगत आत्माओं को श्रद्धा सुमन करता हूं जो शहीद है उन शहीदों के परिवारों को मैं भावभीनी संवेदनाएं प्रेषित करता हूं।