उत्तराखण्ड
निजी स्कूलों की मनमानी पर भड़के अभिभावक,किया प्रदर्शन
रामनगर। निजी स्कूलों की मनमानी पर भड़के अभिभावक, खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर अभिभावकों ने किया प्रदर्शन, अभिभावकों ने कहा संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो होगी कार्रवाई।
रामनगर व आस पास के क्षेत्र में स्थित निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अब अभिभावक भड़कने लगे हैं।अभिभावकों का आरोप है कि निजी स्कूल संचालक एनसीईआरटी की किताबें ना लगाकर प्राइवेट किताबें ला रहे हैं। मनमर्जी बच्चों पर थोप रहे हैं। जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पढ़ना है तो वही स्कूल संचालक सरकार के नियमों की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं।
निजी स्कूल संचालकों की मनमानी के खिलाफ कई अभिभावक मंगलवार को बढ़ाते हुए खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन करते हुए निजी स्कूल संचालकों गुंडागर्दी करने के साथ ही कई गंभीर आरोप लगाए, अभिभावक संघ के अध्यक्ष ललित उप्रेती का आरोप है कि निजी स्कूल संचालकों द्वारा किताबों के नाम पर शोषण किया जा रहा है। तो वही फीस वृद्धि के साथ ही वार्षिक शुल्क भी अभिभावकों से भारी मात्रा में वसूलने के साथ बच्चों की ड्रेस पर भी कमीशन खोरी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार बच्चों के बस्ते का बोझ कम करने की बात कह रही हैं, तो वही निजी स्कूल संचालक स्कूल बस्ते का बोझ बढ़ाने के साथ ही अभिभावकों पर आर्थिक बोझ भी बना रहे हैं. उन्होंने तत्काल इस पर रोक लगाने के साथ ही नियमों की अनदेखी करने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं मामले में खंड शिक्षा अधिकारी तारा सिंह ने बताया कि उनके द्वारा लगातार अभिभावकों से अपील की जा रही है कि अभिभावक केवल एनसीईआरटी की किताबें खरीदें यदि कोई स्कूल संचालक प्राइवेट किताब खरीदने का दबाव बनाता है तो उसकी शिकायत उनसे कर सकते हैं, जिसके बाद शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी तो वहीं उन्होंने शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कई स्कूलों व किताबों की दुकानों पर छापामार कार्रवाई की गई है तथा कई स्कूल संचालकों को नोटिस भी भेजा गया है, यदि सप्ताह भर के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उन्होंने कार्रवाई करने की बात कही है।