उत्तराखण्ड
मां को सरप्राइज देना चाहते थे ऋषभ पंत, नीद पूरी न होने से हुई यह घटना
रुड़की। क्रिकेटर ऋषभ पंत के साथ हुए हादसे के बाद अब हर क्रिकेट प्रेमी उनकी जल्द रिकवरी की दुआ कर रहा है। ऋषभ पंत फिलहाल देहरादून के मैक्स अस्पताल में एडमिट कराया गया है। फिलहाल वो खतरे से बाहर हैं और स्थिर है।
सूत्रों के मुताबिक उनके दाहिने घुटने में काफी चोट आई है। हालांकि सभी लोग ये जानना चाहते हैं कि ऋषभ पंत इतनी सुबह सुबह कार क्यों ड्राइव कर रहे थे और क्या वजह थी कि वो अकेले ही दिल्ली से रुड़की स्थित अपने घर जा रहे थे। जिस समय ऋषभ पंत की कार का हादसा हुआ उस समय सुबह के पांच बजकर 20 मिनट हो रहे थे।
बताया जा रहा है कि ऋषभ दिल्ली से आ रहे थे।हादसे के बाद ऋषभ पंत को सबसे पहले एंबुलेंस के जरिए पास के ही सक्षम अस्पताल में लाया गया। वहां उनका इलाज करने वाले डाक्टर सुशील नागर ने मीडिया को इस बारे में जानकारी दी है।
डाक्टर सुशील नागर ने ऋषभ पंत से बात की और इतनी सुबह सुबह ड्राइव करने और हादसे की वजह के बारे में बात की। बकौल डाक्टर सुशील नागर ऋषभ पंत ने उन्हे बताया कि वो अपनी मां को सरप्राइज देना चाहते थे और इसीलिए इतनी सुबह सुबह कार ड्राइव कर घर जा रहे थे।
डाक्टर ने दावा किया है कि ऋषभ पंत के मुताबिक वो रात में महज दो घंटे सोए और हादसा झपकी आने की वजह से हुआ। रात एक बजे निकले होंगे ऋषभ पंत की कार जहां दुर्घटनाग्रस्त हुई वो जगह नारसन बॉर्डर है। ऐसे में दिल्ली और नारसन, जहां ये हादसा हुआ उसकी दूरी देखी जाए तो ये तकरीबन 195 किलोमीटर होती है।
सामान्य तौर पर इस सड़क पर ये दूरी कार से तय करने में चार घंटे के आसपास का समय लगता है। हालांकि रात में ट्रैफिक कम होता है और ऋषभ पंत के पास बेहद एडवांस कार थी लिहाजा ये दूरी तय करने में उन्हे औसत से कुछ कम ही समय लगा होगा। इस लिहाज से भी देखें तो ऋषभ पंत ने ये दूरी कम से कम तीन घंटे या साढ़े तीन घंटे में पूरी की होगी। ऐसे में ऋषभ दो बजे के आसपास दिल्ली निकले होंगे। जाहिर है कि वो रात में कार ड्राइव करते रहे और नींद नहीं ले पाए। यही हादसे की वजह बनी।
उधर हादसे की सूचना मिलने के बाद ऋषभ पंत के परिजन अस्पताल पहुंचे। उनकी मां अपने बेटे की खैरियत को लेकर बेहद चिंतित दिखीं। इसी बीच उनको लगातार कई बड़ी हस्तियों के फोन भी आ रहे थे। वो उनको भी ऋषभ के बारे में बता रहीं थीं।