उत्तराखण्ड
बिजली विभाग की लापरवाही से ग्रामीण परेशान, अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
संवाददाता शंकर फुलारा
ओखलकांडा। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुल सिंह ऐरी का कहना है कि ओखलकांडा ब्लॉक के कई गांव में और खासतौर पर खनश्यु के गाँव क्वैराला और कालागर में हर दूसरे दिन आधा गाँव बिजली ना होने की वजह से अंधेरे में रहता है! यहाँ पर क्वैराला गाँव के 30 परिवार और कालागर के 40 परिवार इस समस्या से 3 सालों से प्रभावित हैं।
पहले यह समस्या 8-10 दिन में एक बार आती थी लेकिन अब हर रोज यही समस्या आ रही है, गाँव के कई लोग विभाग के अधिकारियों को यह समस्या कई बार बता चुके हैँ लेकिन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी इस पर कोई ध्यान नहीं देते, और सारी जिम्मेदारी लाइनमैन के ऊपर डाल देते हैँ ।
सामाजिक कार्यकर्ता मुकुल सिंह ऐरी का कहना है कि लाइनमैन अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाता है और सुबह आकर जैसे तैसे लाइन जोड़ता है, लाइनमैन का घर उस ट्रांसफार्मर से 8 km दूर है।
जिससे वह रात को लाइन जोड़ने नहीं आ सकता, और उसने 3 साल पहले ही लोगों को बता दिया था कि ट्रांसफार्मर में लोड ज्यादा है, और गाँव के लोगों ने विभाग को भी 2 साल पहले अवगत करा दिया है!
गाँव के सभी लोग चाहते हैँ कि इस क्षेत्र में एक नया ट्रांसफार्मर लगे और इस समस्या से गाँव के लोग मुक्त हों!